- मुस्लिमों की तीन-तीन शादियों पर रोक लगाना चाहते हैं पंचायत मंत्री
- वन मंत्री ने गंजबासौदा हादसे के लिए फांसी का ऐलान किया
भोपाल। शिवराज सरकार (Shivraj Governemnt) के मंत्री इन दिनों अपने प्रभार वाले जिलों के प्रवास पर हैं। पहली बार जिलों में जाने के बाद मंत्री पत्रकारवार्ताएं भी कर रहे हैं। इस दौरान मंत्रियों के अजब-गजब बयान भी सामने आ रहे हैं। वन मंत्री विजय शाह (Forest Minister Vijay Shah) ने अपने प्रभार वाले जिले सतना प्रवास के दौरान गंजबासौदा (Ganjbasoda) में कुंआ हादसे का लेकर बड़ा बयान दे दिया है। बतौर वन मंत्री कुआं हादसे के आरोपी चिह्नित कर लिए हैं। उन्हें फांसी दिलवाई जाएगी। वहीं इधर पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया (Panchayat Minister Mahendra Singh Sisodia) की जुवान भी थोड़ी फिसल गई। उन्होंने जनसंख्या नियत्रण कानून की पैरवी करते हुए बयान दे दिया कि मुस्लिम दो-दो तीन-तीन शादियां करते हैं और 10-10 बच्चे पैदा करना चाहते हैं।
कुआं हादसे के आरोपियों को फांसी की सजा मिलेगी: विजय शाह
गंजबासौदा हादसे के लिए सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जांच के लिए न्यायाधीश नियुक्त किए जा चुके हैं। पुलिस मुख्यालय ने मृतकों के परिजनों के आरोपो को दरकिनार कर विदिशा पुलिस को क्लीनचिट देते हुए कहा है कि हादसे के बाद पुलिस सबसे पहले मौके पर पहुंची और मदद में जुट गई। अभी तक इस मामले में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस बीच बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले वन मंत्री विजय शाह ने बयान दिया है कि कुआं हादसे के लिए दोषियों को फांसी दिलवाई जाएगी। दरअसल गंजबासौदा में हादसा हुआ था, इसमें किसी तरह की एफआईआर ही दर्ज नहीं हुई है। ऐसे में मंत्री के बयान से सवाल उठ रहे हैं। माना जा रहा है कि वे गंजबासौदा की जगह देवास के नेमावर में हुई 5 आदिवासियों की हत्या पर जवाब दे गए।
हर समाज की तय होना चाहिए बच्चे पैदा करने की संख्या: सिसौदिया
पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि मुस्लिम 2-3 शादियां करते हैं और 10-10 बच्चे पैदा करते हैं, इसलिए जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए। बच्चे पैदा करने की संख्या तय होनी चाहिए। जनसंख्या नियंत्रण कानून पर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा- जनसंख्या नियंत्रण के लिए पहले से ही कई कानून हैं, लेकिन समान नागरिकता कानून लागू होना चाहिए। हर समाज के व्यक्ति को बच्चे पैदा करने की संख्या सुनिश्चित होनी चाहिए। मुस्लिम में यह सुनिश्चित नहीं है। वह चाहते हैं कि दो-दो, तीन-तीन शादियां करने और 10-10 बच्चे पैदा करने पर रोक लगना चाहिए। उनसे जब पूछा गया, पहले भाजपा जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करती थी, तो उनका कहना था कि भाजपा ने कभी विरोध नहीं किया। भाजपा ने हमेशा नियंत्रण का साथ दिया है, लेकिन उन्होंने यह मांग की थी कि मुस्लिम समाज को इसके दायरे से दूर न रख जाए।