ग्वालियर: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर राज्य की सियासत गर्म है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि कमलनाथ कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। ये अटकलें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कांग्रेस में बदलाव के बाद शुरू हुईं।
छिंदवाड़ा सांसद बेटे नकुल नाथ के भाजपा में जाने की सियासी हलचल के बीच कमल नाथ दिल्ली पहुंचे हैं। जहां कमल नाथ ने कहा कि उनमें उत्साह नहीं है। अगर ऐसा होता तो जानकारी दी जाएगी।
इस बीच ग्वालियर में भी हलचल बढ़ी है और आनंद-फानन में ग्वालियर महापौर के बंगले पर कांग्रेस नेताओं की बैठक अचानक बुलाई गई। बैठक में पहुंचे एक कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा कि अभी पूर्व सीएम कमलनाथ के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की कोई सूचना नहीं है।
इतने वर्ष कांग्रेस में रहने के बाद उनको जाना भी नहीं चाहिए। मुझे लगता है कि उन पर जरूर कोई बड़ा दबाव होगा। कांग्रेस विधायक ने कहा कि कमलनाथ जी का इस अंतिम पड़ाव पर साथ छोड़ना ठीक नहीं है। तो वहीं अन्य कांग्रेसी नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें पर उन्होंने कहा कि मैं और मेरे सभी साथी अभी कांग्रेस पार्टी के साथ हैं और रहेंगे।
महापौर निवास पर आयोजित बैठक के बारे में महापौर शोभा सिकरवार ने कहा कि राहुल गांधी की न्यायाधीश यात्रा की तैयारी के सिलसिले में यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक में मध्य प्रदेश में चल रहे विधानसभा सत्र पर भी बात हुई है। जब उनसे कमलनाथ और उनके बेटे नकलनाथ के भाजपा में जाने पर सवाल किया गया। तो मानपुर ने कहा कि देश में लोकतंत्र और किसी को भी कहीं भी जाने की आजादी है।
महापौर निवास पर आयोजित बैठक में पहुंचे कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी का प्रोपेगेंडा है। ना तो कमलनाथ भाजपा में जा रहे हैं और ना ही उनके बेटे नकुलनाथ। कमलनाथ अपने स्वास्थ्य को देखते हुए दिल्ली पहुंचे हैं। और उनके भाजपा में जाने की कोई संभावना नहीं है।
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