नई दिल्ली: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) की ‘सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए’ वाली टिप्पणी पर घमासान छिड़ गया है. बीजेपी (BJP) ने विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) को इस बयान के बाद घेर लिया है. अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला बोला.
अमित शाह ने रविवार (3 सितंबर) को कहा, “दो दिन से इंडिया गठबंधन सनातन धर्म का अपमान (Insult) कर रहा है. इंडिया के दो प्रमुख दल डीएमके और कांग्रेस पार्टी (Party) के बड़े नेता (Leader) कह रहे हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए. इन लोगों ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए हमारी संस्कृति का अपमान किया है.”
अमित शाह ने और क्या कहा?
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा, “डीएमके और कांग्रेस (DMK and Congress) के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को खत्म करने की बात कर रहे हैं. ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने हमारे सनातन धर्म का अपमान किया है. इससे पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि बजट पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, लेकिन हम कहते हैं कि पहला हक गरीबों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का है.”
“राहुल गांधी ने हिंदू संगठनों की तुलना लश्कर से की”
राजस्थान (Rajasthan) में एक जनसभा (public meeting) में अमित शाह ने दावा करते हुए कहा, “आज कांग्रेस (Congress) पार्टी कहती है कि मोदी (Modi) जी जीतेंगे तो सनातन राज (Sanatan Raj) करेगा. राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Hindu organization Lashkar-e-Taiba) से भी ज्यादा खतरनाक हैं. राहुल गांधी ने हिंदू संगठनों की तुलना लश्कर-ए-तैयबा से की.”
परिवर्तन संकल्प यात्रा को किया संबोधित
परिवर्तन संकल्प यात्रा (Parivartan Sankalp Yatra) को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “आज बेणेश्वर धाम की इस पावन धरा पर बीजेपी की ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ की शुरुआत होने जा रही है. डूंगरपुर की धरती हमेशा वीरों की धरती रही है. यहीं राजस्थान और गुजरात के आदिवासी भाईयों ने महाराणा प्रताप के साथ रहकर वर्षों तक युद्ध करके मुगलों की सेना के दांत खट्टे किए थे.”
जेपी नड्डा ने भी साधा निशाना
बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने भी उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने रविवार (Sunday) को मध्य प्रदेश के चित्रकूट में कहा, “उदयनिधि स्टालिन ने ये टिप्पणी तब की, जब तीन दिन पहले, वे (इंडिया गठबंधन के सदस्य) एक रणनीति बनाने के लिए मुंबई में मिले थे. क्या यह ‘सनातन धर्म को खत्म करने की उनकी राजनीतिक रणनीति है.”