इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर की एक संस्था ने सैकड़ों पियक्कड़ों की छुड़ा दी शराब

 

  • कई परिवारों को मुसीबत से मुक्ति दिलाई

इंदौर, संतोष मिश्र। यूएसए (US) की एक निजी संस्था (private organisations) ने सैकड़ों इंदौरी पियक्कड़ों की शराब छुड़ा दी। पिछले 12 वर्षों से शहर में इस संस्था के चार ग्रुप कार्य कर रहे हैं। संस्था में प्रतिदिन अलग-अलग समय में इससे जुड़े लोगों की आपस में मीटिंग होती है, जिसमें शराब (liquor) छोडऩे के बाद पुराने शराबियों के जीवन में जो बदलाव आया है, उसे नए लोगों से शेयर कर उन्हें सीख देते हैं। पहले तो नए लोग हंसी-मजाक समझकर केवल औपचारिकता निभाने ही मीटिंग में आते हैं, लेकिन कुछ दिन निरंतर आने के बाद उनके जीवन में भी बदलाव आने लगता है और फिर धीरे-धीरे नए शराबी भी शराब बिलकुल छोड़ देते हैं।


एक साल तक तो गिने-चुने लोग ही जुड़े…250 से अधिक शराबियों ने शराब से कर ली तौब
शहर में सबसे पहले शुरुआत लगभग 12 वर्ष पहले नौलखा चौराहा (navlakkha square) स्थित विसर्जन आश्रम में यूएसए (US) की संस्था एल्कोहलिक एनानिमस (Organization alcoholic ananimus) की इंटर ग्रुप होप ग्रुप के नाम से की गई। 1 साल तक तो इस संस्था में गिने-चुने लोग ही आते थे, लेकिन धीरे-धीरे ज्यादा लोग जुडऩे लगे। वर्तमान में सिर्फ इसी संस्था में डेढ़ सौ से अधिक शराबियों ने शराब पीने से बिलकुल तौबा कर ली है। इसी ग्रुप की विजय नगर (Vijay nagar) में प्रभात ग्रुप के नाम से संस्था है, जो लगभग साढ़े तीन साल पहले शुरू की गई। इस संस्था में भी अभी तक 20 से 25 लोग शराब छोड़ चुके हैं। इसी संस्था की नंदानगर (nandanagr) इलाके के तीन पुलिया के पास सेवा ग्रुप के नाम से शुरुआत की गई है, जहां 25 से 30 लोगों ने शराब छोड़ दी है। इसी संस्था का अन्नपूर्णा रोड पर भी शक्ति ग्रुप है, जहां भी 20 से 25 लोग जुड़े हुए हैं।


ग्रुप से जुडऩे के लिए कोई शुल्क नहीं…चंदा भी नहीं लेते
सबसे बड़ी खुशी की बात तो यह है कि इस ग्रुप से जुडऩे के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। संस्था के हेल्पलाइन नंबर (helpline number) पर फोन करिए और दो-तीन मिनट के परामर्श के बाद ग्रुप से जुड़ जाइए। एक खासियत यह भी है कि इस ग्रुप से कई पैसे वाले लोग भी जुड़े हैं। वे चंदा देना भी चाहते हैं, लेकिन इस ग्रुप द्वारा चंदा भी नहीं लिया जाता है।

रोज होती है मीटिंग और शेयर करते हैं अनुभव
संस्था (Organization) द्वारा प्रतिदिन सुबह और शाम एक से डेढ़ घंटे की मीटिंग होती है, जिसमें सभी शराब (liquor) पीने वाले लोग आपस में बातचीत करते हैं। पुराने शराबी शराब छोडऩे से उनके जीवन में आए बदलाव शेयर करते हैं, जिसे सुनकर नए शराबी शराब छोड़ देते हैं।

917773833330 हेल्पलाइन से जुड़ते हैं नए शराबी
इस संस्था से जुडऩे के लिए हेल्पलाइन नंबर (helpline number) 917773833330 दिया गया है, जिस पर शराब (liquor) की लत से परेशान लोग फोन लगाते हैं और उन्हें काफी देर तक समझाइश दी जाती है, जिसके बाद वे केंद्र आते हैं और कई दिनों तक मीटिंग में शामिल होने के बाद पुराने लोगों के अनुभव सुनते हैं और फिर धीरे-धीरे वह भी शराब छोड़ देते हैं।

सन् 1935 में यूएसए में शुरू हुई थी संस्था…1950 में आई भारत
एल्कोहलिक एनानिमस संस्था (Alcoholic Anonymous Society) की शुरुआत सन् 1935 में यूएसए (US) में की गई थी। संस्था वहां हजारों की संख्या में शराब पीने वाले लोगों की शराब छुड़ा चुकी है। इसके बाद सन् 1950 में भारत में आई और कई बड़े शहरों में इंटर संस्था बनाकर लोगों की शराब छुड़वाने के लिए जागरूक करने लगी। इस संस्था का हेड ऑफिस मुंबई में है। भोपाल में इसका पूरे प्रदेश का मुख्य ऑफिस है। इसी संस्था के इंदौर, भोपाल, उज्जैन (indore bhopal ujjain) सहित मध्यप्रदेश के कई शहरों में छोटे-छोटे ग्रुप कार्य कर रहे हैं, जहां शराब पीने वालों को जागरूक कर शराब छुड़ाई जाती है।

Share:

Next Post

कोरोना से होगी किसकी मौत, वायरल आरएनए की जांच से चलेगा पता

Sat Nov 27 , 2021
टोरंटो । लोगों के खून में सार्स-सीओवी-2 (SARS-CoV-2) के आनुवंशिक मटेरियल वायरल आरएनए (Viral RNA) की मात्रा एक विश्वसनीय इंडीकेटर है, जिसकी जांच (Investigation) से यह पता लगाया जा सकता है (Will be known) कि अब कोरोना से (From Corona) किस संक्रमित की मौत होगी (Who will die) । ये जानकारी शोधकर्ताओं ने साझा की […]