कानपुर: देश भर में एक तरफ कुदरत के कहर से तापमान लगातार गिर रहा है. दूसरी तरफ पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद पॉलिटिक्स का पारा चढ़ रहा है. बीजेपी के गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) की संभावनाओं पर बात करते हुए शिवसेना पर जोरदार तंज कसा.
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि, ‘शिवसेना की लड़ाई गोवा में इतनी ही रह गई है कि उनलोगों ने डिपॉजिट में जो नोट खर्च गिए हैं उन्हें जब्त होने से कैसे बचाएं.’ जवाब में शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने आज (12 जनवरी, बुधवार)मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, ‘यह सही है कि लड़ाई नोटों की है. महाराष्ट्र से नोट भर-भर कर जो बैग गोवा भेजे जा रहे हैं, हमारी लड़ाई उन नोटों के खिलाफ है.’
संजय राउत ने आगे कहा,’ फडणवीस महाराष्ट्र से गोवा गए हैं. लेकिन उनके गोवा जाते ही बीजेपी में फूट पड़ गई है. कल एक मंत्री ने बीजेपी छोड़ दी. एक विधायक ने भी पार्टी छोड़ी. बीजेपी के अंदर ही लड़ाई शुरू है. जबकि शिवसेना आम जनता के लिए, हिंदुत्व के लिए लड़ने वाली पार्टी है. वे चाहें जितने नोट बरसाएं, नोटों के खिलाफ यह लड़ाई शिवसेना जम कर लड़ेगी.’
शिवसेना ने चल दिया दांव, उत्तर प्रदेश में 50 से 100 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए यह घोषणा कर दी कि शिवसेना उत्तर प्रदेश में 50 से 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. संजय राउत ने कहा कि वे इस संबंध में कल (13 जनवरी, गुरुवार) पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा कर रहे हैं.
नोटों की लड़ाई या नोटा (NOTA) की लड़ाई?
संजय राउत के नोटों की लड़ाई वाले सवाल पर देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि, ‘यह लड़ाई नोटों की तो है लेकिन ईवीएम मशीनों में जो NOTA का बटन रहता है, उस नोटा में पड़ने वाले वोटों के बराबर शिवसेना को वोट पड़ जाएं तो भी उनके लिए काफी होगा. वे इसीलिए चुनाव लड़ रहे हैं.’
‘यूपी में 13 विधायक बीजेपी छोड़ जाने वाले हैं, तो पवार पीएम कब बनने वाले हैं?’
संजय राउत के अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने भी मंगलवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भविष्यवाणी की है कि मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा तो बस शुरुआत है, आने वाले दिनों में 13 विधायक बीजेपी छोड़ कर जाने वाले हैं.
जवाब में महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील (Chandrakant Patil) ने मंगलवार को किए गए अपने ट्वीट में कहा था कि, ‘कर्मकांड के विरोधी रहे शरद पवार ज्योतिषी कब से हो गए? शरद पवार और संजय राउत की भविष्यवाणी मनोरंजन के लिए अच्छी है.
ये दोनों महापुरुष गोवा और उत्तर प्रदेश की भविष्यवाणी करने की बजाए महाराष्ट्र का भविष्य बताएं. संजय राउत यह बताएं कि शरद पवार प्रधानमंत्री कब बनने वाले हैं. उद्धव ठाकरे घर से बाहर कब निकलने वाले हैं. फिलहाल तो राज्य में राजा भी वर्क फ्रॉम होम और प्रजा भी वर्क फ्रॉम होम.’
‘हिमालय की ऊंचाई, बीजेपी को नहीं देगी दिखाई’
इसके जवाब में संजय राउत ने कहा कि, ‘उद्धव ठाकरे का काम अच्छी तरह से शुरू है. वे 13 तारीख को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग में शामिल होंगे. शरद पवार का हिमालय और सहयाद्री जैसा ऊंचा व्यक्तित्व आपके जैसे छोटे टीलों को दिखाई नहीं देगा. पीएम का पद पाकर किसी इंसान का कद ऊंचा नहीं हो जाता.’