भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में अब एक और आयोग बनाया जाएगा। लेकिन ये प्रदेशवासियों की सेहत के लिए होगा। एमपी में अब योग आयोग (Commission) बनाया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh) चौहान ने ये ऐलान किया। कोरोना संक्रमण के भयावह दौर से गुजर चुके मध्य प्रदेश में सेहत की दिशा में ये नया कदम होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिन के हरिद्वार दौरे पर हैं। वहीं उन्होंने इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा मध्य प्रदेश में योग आयोग का गठन किया जाएगा। आज योग की अहमियत को पूरी दुनिया समझ रही है। मध्यप्रदेश में भी योग को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार इसकी शिक्षा के प्रचार प्रसार पर जोर देगी. इसके जरिए देश के जाने माने ऋषियों और योग विशेषज्ञों की मदद से जनता तक इसका लाभ पहुंचाया जाएगा।
योग गुरु रामदेव से मिले शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हरिद्वार में योग गुरु रामदेव से मुलाकात की। उन्होंने वहां बाबा रामदेव के साथ आजादी के 75वें वर्ष में होने वाले 75 करोड़ सूर्य नमस्कार का वर्चुअली शुभारंभ किया। इसी दौरान उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में योग की शिक्षा देने के लिए अभियान चलाया जाएगा। योग आयोग का गठन करेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि इससे प्रदेश भी बदलेगा और देश भी बदलेगा।
शुरू हुई सियासत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से योग आयोग के गठन के ऐलान के साथ ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई। कांग्रेस ने इसे महज शिगुफा करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है मध्यप्रदेश में एक और आयोग के गठन का ऐलान केवल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा करने की आदत का परिणाम है। उन्होंने कहा इससे पहले भी सरकार कई आयोग के गठन का ऐलान कर चुकी है, लेकिन उनकी क्या हकीकत है यह सब जान रहे हैं। कांग्रेस ने सरकार से योग आयोग के गठन के औचित्य पर सवाल पूछा है।
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा योग आयोग के गठन से योग को बढ़ावा मिलेगा। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में योग को बढ़ावा देने के लिए योग दिवस की शुरुआत की। उसी दिशा में मध्यप्रदेश में योग आयोग का गठन एक अहम कदम साबित होगा।
Share: