मध्‍यप्रदेश

MP के सिंगरौली में CBI का छापा, दो अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

सिंगरौली: सरकार भ्रष्टाचार (government corruption) पर लगाम लगाने का लगातार प्रयास कर रही है और रिश्वतखोर कर्मचारी और अधिकारियों (Employees and Officers) के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है. ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले (Singrauli district of Madhya Pradesh) से सामने आया है. यहां क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट यानी सीबीआई (CBI) ने रिश्वत लेने के आरोप में कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल के भू अर्जन अधिकारी व महाप्रबंधक को गिरफ्तार किया है.

सीबीआई ने सिंगरौली जिले के एनसीएल कोल ब्लॉक (NCL Coal Block) के गोरबी बी प्रोजेक्ट में भू अर्जन केस में मुआवजा राशि दिलाने के एवज में रिश्वत की शिकायत मिलने के बाद टीम ने धावा बोल कर रिश्वतखोर अधिकारी व महाप्रबंधक को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. फिलहाल, क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.

दरअसल एनसीएल के गोरबी बी प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक ऑफिस में शुक्रवार (6 अक्टूबर) को उस समय दहशत का माहौल निर्मित हो गया जब सीबीआई की टीम ने भू अर्जन अधिकारी चंद्र मोहन गुप्ता को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा. सीबीआई की टीम ने 16 घंटे तक लगातार पूछताछ व दस्तावेज की जांच की, शनिवार की सुबह तक चली जांच के बाद टीम ने परियोजना के महाप्रबंधक सईद गोरी को भी गिरफ्तार कर लिया है.


सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि 2 करोड़ रुपये मुआवजा राशि दिलाने के एवज में 2 लाख रुपये रिश्वत की मांग की गई थी, शिकायत मिलने के बाद टीम ने भु अर्जन शाखा के अधिकारी चंदमोहन गुप्ता को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. वहीं परियोजना के महाप्रबंधक को भी गिरफ्तार किया गया है.

जानकारी के अनुसार पीड़ित की शिकायत पर शुक्रवार को NCL के ब्लॉक बी परियोजना में पहुंची सीबीआई जबलपुर की 7 सदस्य टीम ने उसे वक्त राजस्व शाखा में पदस्थ भू अर्जन अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया जब पीड़ित व्यक्ति से दो करोड़ रुपए मुआवजा राशि दिलाने के एवज में 200000 रुपये में रिश्वत की मांग की गई थी और युवक जब 40000 रुपये दे रहा था उसी वक्त सीबीआई की टीम ने रंगे हाथ भू अर्जन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया.

वहीं कार्रवाई के बाद दोपहर 2:00 बजे से सुबह 6:00 तक सीबीआई की टीम GM के आवास एवं भू अर्जन अधिकारी के आवास से लेकर कार्यालय तक जांच में जुट गई और कागज खंगालती रही, 16 घंटे तक चली इस लंबी कार्रवाई में परियोजना GM सईद गोरी के आवास से 13 लख रुपए नगद एवं दो जगह प्रॉपर्टी के पेपर बरामद किए गए, फिलहाल सीबीआई ने दोनों भ्रष्ट अधिकारियों को जबलपुर सीबीआई कोर्ट में पेश करने के लिए रवाना हो गई है.

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