नई दिल्ली। 31 अगस्त 2022 को गणेश चतुर्थी(Ganesh Chaturthi ) है, इस दिन भगवान गणेश की पूजा होती है और उन्हें मोदकों और लड्डुओं(Modaks and Laddus) का भोग लगाया जाता है। गणेश चतुर्थी में भगवान गणेश की प्रतिमा सभी घर पर लाते हैं, लेकिन अगर आप हमेशा अपने घर में भगवान गणेश (Lord Ganesha) की प्रतिमा रखें तो आपके घर में मां लक्ष्मी की कृपा भी होती है, साथ ही फूटी किस्मत भी जाग जाती है, लेकिन भगवान गणेश की प्रतिमा रखने के कुछ नियम हैं। विघ्नहर्ता भगवान गणेशजी को प्रथम पूज्य देव का स्थान मिला है, यानी कि हर शुभ काम से पहले सर्वप्रथम गणेश जी की ही पूजा होती है। भगवान गणेश जी की कृपा हम पर बनी रहे इसके लिए हमें उनका खास ख्याल रखना होता है। उन्हें उचित स्थान और उचित दिशा में रखें तो घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार गणेश जी की प्रतिमा किस दिशा में रखना शुभ होता है।
वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) में भगवान की मूर्ति रखने के लिए और उन्हें स्थापित करने के कुछ नियम बताए गए हैं, अगर उन नियमों का पालन कर लें तो घर में भगवान की कृपा बनी रहती है। वास्तु के मुताबिक भगवान गणेश की मूर्ति घर के उत्तर-पूर्व कोने यानी कि ईशान कोण में रखना उत्तम होता है।
इस दिशा में भूलकर न रखें गणेशजी की मूर्ति
घर के दक्षिण दिशा में भूलकर भी गणपति भगवान की मूर्ति नहीं स्थापित करनी चाहिए। जिस दिशा में भगवान गणेश की मूर्ति रख रहे हैं वहां कूड़ा-कचरा या फिर घर का टॉयलेट नहीं होना चाहिए।
गणेश जी की ऐसी मूर्ति रखना है शुभ
गणेशजी की मूर्ति रख रहे हैं तो प्लास्ट ऑफ पेरिस की मूर्ति की बजाय धातु, गोबर या फिर मिट्टी की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। गणेश जी की मूर्ति में वो बैठे हुए होने चाहिए।
गणेश जी की मूर्ति की प्रतिमा में रखें इस बात का ध्यान
घर में गणपति जी की मूर्ति रखते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि गणपति की सूंड़ दाईं तरफ होनी चाहिए बाईं तरफ नहीं।
गणेश जी की प्रतिमा ज्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए।
गणेश जी की मूर्ति में इस बात का ध्यान रखें कि साथ में उनकी सवारी मूसक और उनका भोग लड्डू जरूर रहे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। हम इसकी सत्यता व सटीकता की जांच का दावा नहीं करते हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
Share: