उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

कल रात अचानक बर्फीली हवा चलने लगी..6 डिग्री तक आया तापमान

उज्जैन। बर्फीली हवाओं के साथ उज्जैन में न्यूनतम तापमान ने इस साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के आज से शीतलहर के अलर्ट के बीच शहर का तापमान सुबह वेधशाला में 6 डिग्री दर्ज हुआ, जो इस वर्ष का अभी तक का न्यूनतम स्तर है। कल दिनभर दिन में बर्फीली हवाएँ सर्दी का अहसास कराती रही। उल्लेखनीय है कि 14 जनवरी की सुबह से ठंड की वापसी हो गई थी और कल भी सुबह न्यूनतम तापमान और गिर गया तथा यह 8.8 डिग्री पर पहुँच गया था। सुबह से बर्फीली हवाएँ चलना शुरू हो गई थी। इसके चलते दो दिन में रात का तापमान करीब 4 डिग्री तक गिर गया था। कल वेधशाला में अधिकतम तापमान भी गिरकर 21.5 डिग्री पर आ गया था।

इस वजह से कल धूप में भी लोग ठिठुरन महसूस करते रहे। कल मौसम विभाग ने भी आज से प्रदेश सहित मालवांचल में शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया था। कल से ही बर्फीली हवाएँ 12 से 15 किमी की रफ्तार से चलने लगी थी। इसका असर आज सुबह भी वेधशाला में साफ नजर आया। कल के मुकाबले आज न्यूनतम तापमान और गिर गया तथा न्यूनतम तापमान करीब दो गिरकर आज सुबह 6 डिग्री पर आ गया। इस साल में न्यूनतम तापमान का यह सबसे निचला स्तर है। उल्लेखनीय है कि इस साल तापमान का न्यूनतम स्तर 5 जनवरी को 7.2 डिग्री रहा था। वहीं 10 जनवरी को यह और गिरकर 7 डिग्री पर आ गया था। 12 और 13 जनवरी को छोड़कर 5 जनवरी से 14 जनवरी तक तापमान 10 डिग्री से कम रहा है। लेकिन आज इसने इस साल के यह सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।


बढ़ी ठिठुरन, सुबह छाया रहा कोहरा हिमालयी हवा से कांपा उज्जैन
हिमालय से आ रही बर्फीली हवा ने शहर में दिन व रात का पारा गिरा दिया। तीन दिन की राहत के बाद शहर में बर्फीली हवाओं ने ठंड की एक और इनिंग शुरू कर दी है। उज्जैन, इंदौर और ग्वालियर समेत प्रदेश के दूसरे शहरों में पारे में गिरावट आने से ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। आसपास के इलाकों में रात का पारा तेजी से लुढ़क सकता है। ऐसे में यहां ठंड का जोर शुरू होगा। अगले तीन दिन के दौरान उज्जैन और इंदौर में रात का पारा 4 डिग्री तक गिर सकता है। इससे ठंड और बढ़ जाएगी। मौसम वैज्ञानिक ने बताया उत्तर भारत में 3 दिन पहले पहुंचा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस वहां से गुजर चुका है। इस कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। वहां बर्फ पिघलने के बाद मध्यप्रदेश में बर्फीली हवा आई। अब हमारे यहां हवा का रुख बदलकर उत्तर-पश्चिमी हो गया। जम्म-कश्मीर में इस सीजन की पहली तेज बर्फबारी और बारिश हुई। जम्मू-श्रीनगर हाईवे भूस्खलन से बंद है। देवी धाम में सेवा भी रुक गई है। पटनीटॉप, नत्थाटॉप, गुलमर्ग और पहलगाम में स्कीइंग शुरू हो गई है। सेब किसान खुश हैं। 10 जिलों में हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया गया है।

18 तक ठंड से राहत नहीं
मध्यप्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हो गया है। बादल भी छंट गए हैं। इस करण अगले तीन दिन के दौरान मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेश के पूर्वी इलाकों ग्वालियर, चंबल, छतरपुर और खजुराहो में कहीं-कहीं घना कोहरा रह सकता है। सीवियर कोल्ड वेव और कोल्ड डे हो सकता है। 16 जनवरी को भी यही स्थिति रहेगी। 17 और 18 को भी तापमान कम रहेगा।

20 और 21 जनवरी को बादल छाएंगे
मध्यप्रदेश में 20 जनवरी से बादल छाने लगेंगे। सबसे ज्यादा छतरपुर और जबलपुर में बादल छाएंगे। उज्जैन-इंदौर में इस दौरान दिन का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे आ सकता है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादल छाने से दिन का पारा गिरेगा, जबकि रात का पारा चढ़ जाएगा। 22 और 23 जनवरी को भी घने बादल छाएंगे।

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