इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) में धार्मिक शिक्षा (Religious education) देने के नाम पर मदरसे (Madrassas) अपराध कर रहे हैं और ये मदरसे (Madrassas) बाल यौन शोषण का अड्डा बन चुके हैं। एक खबर के अनुसार, हाल ही में मौलवियों द्वारा बाल यौन शोषण और छात्रों को क्रूर सजा दिए जाने का रहस्योद्घाटन हुआ है, जिससे पाकिस्तान (Pakistan) के धार्मिक संस्थानों (Religious institutions) के भीतर छिपी हुई गंभीर वास्तविकता सामने आई है।
पीड़ितों को नहीं मिल रहा न्याय
ऐसे अपराध होने की दशा में पाकिस्तान (Pakistan) में प्रभावशाली मौलवी बहुधा धार्मिक संस्थानों को उनकी कारगुजारियों से बचा लेते हैं। ऐसे में न्याय पाने के लिए व्हिसलब्लोअर, कार्यकर्ता और पीड़ित खतरनाक मार्ग अपनाने के लिए बाध्य होते हैं।
बयान वापस लेने के लिए बनाया जाता है दबाव
निरंतर जांच और अभियोजन को अनिवार्य करने वाले कानूनी प्रविधानों के बावजूद पीड़ितों को अकसर बयान वापस लेने के लिए दबाव का सामना करना पड़ता है। एनजीओ साहिल द्वारा एकत्र किए आंकड़ों में चौंकानेवाली जानकारी मिली है। रिपोर्ट में मदरसों के अंदर चल रही गतिविधियों की जानकारी दी गई है।