जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

Back Pain: पीठ में दर्द का कारण, इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

नई दिल्‍ली (New Delhi)। हम सभी लोगों कभी न कभी पीठ दर्द (Back Pain) की समस्या का सामना करना पड़ता हैं. किसी को यह दिक्कत कई सालों बाद होती है तो कुछ लोगों को काफी कम उम्र से ही इसकी परेशानी शुरू हो जाती है. आमतौर पर तो पीठ दर्द (Back Pain:) की समस्या मांसपेशियों की दिक्कत के कारण होती है, जैसे कभी गलत तरीके से सोने की वजह से या फिर कभी चोट लगने की वजह से. कई बार तो पीठ दर्द सामान्य लगता है लेकिन अगर ये समस्या आपको बार-बार हो रही है तो इसे नजरअंदाज करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है.

सामान्य पीठ दर्द को स्ट्रेचिंग करके, आराम करके या फिर ठंडे-गर्म तरीके से ठीक किया जा सकता है. खबर के मुताबिक पीठ दर्द की समस्या तब गंभीर हो जाती है जब यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का संकेत देती है. आपको बता दें कि कैंसर के कुछ ऐसे प्रकार हैं जिसमें पीठ दर्द की समस्या होती है. इसलिए जरूरी है कि अगर लंबे समय से दर्द हो रहा है तो आपको डॉक्टर्स से सलाह लेनी चाहिए.



ब्लैडर का कैंसर
मूत्राशय हमारे पेट के निचले भाग का वह अंग है जहां यूरिन एकत्र होता है. आपकी पीठ के निचले हिस्से में अगर दर्द की समस्या है तो यह मूत्राशय कैंसर का संकेत हो सकता है. येल मेडिसिन के अनुसार मूत्राशय के भीतर ट्यूमर का बढ़ना सबसे आम समस्या है. अगर आपको लंबे समय से पीठ में दर्द है तो डॉक्टर्स से सलाह लेनी चाहिए.

रीढ़ की हड्डी का कैंसर
पीठ में दर्द का एक संकेत रीढ़ की हड्डी का कैंसर भी हो सकता है. हालांकि एक्सपर्ट का मानना है कि यह काफी नामुमकिन है लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. अगर आपको कई महीनों से पीठ में दर्द बना रहता है तो हो सकता है कि यह स्पाइनल कैंसर का लक्षण हो. रीढ़ की हड्डी में एक ट्यूमर से भी पीठ दर्द की समस्या हो सकती है. अगर रीढ़ की हड्डी में कैंसर की वजह से दर्द है तो यह दर्द समय के साथ काफी बढ़ता जाएगा. इसके साथ ही आपके शरीर के दूसरे हिस्से जैसे कूल्हे, पैर और बांहों में भी यह दर्द फैल सकता है.

फेफड़ों का कैंसर
कैंसर की बीमारी में फेफड़ों का कैंसर सबसे आम है. कई बार यह कैंसर भी पीठ दर्द का कारण हो सकता है. अगर आपको पीठ दर्द के साथ फेफड़ों के कैंसर के लक्षण नजर आते हैं तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए. आमतौर पर फेफड़ें के कैंसर को दो भागों में बाटा जाता है. नॉन स्मॉल सेल लंग कैंसर और स्माल-सेल लंग कैंसर. नॉन स्मॉल-सेल लंग कैंसर, लंग कैंसर का सबसे आम रूप है और स्माल सेल लंग कैंसर की तुलना में इसका सर्वाइल रेट काफी ज्यादा है.

Share:

Next Post

IND vs ENG : तीसरे टेस्ट से पहले भारतीय कैंप में नहीं दिखे उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह, फैंस परेशान

Wed Feb 14 , 2024
नई दिल्‍ली (New Delhi) । भारत और इंग्लैंड (India and England) के बीच पांच मैच की टेस्ट सीरीज (test series) का तीसरा मुकाबला गुरुवार से शुरू होगा। दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड के बैजबॉल को जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने ध्वस्त कर दिया और भारत की सीरीज में वापसी कराई। पहला टेस्ट इंग्लैंड ने जीता था। […]