- पुलिस के सुरक्षा दावों की खुली पोल, तिजोरी समझकर तोलकांटा बाक्स और डीवीआर ले भागे बदमाश
भोपाल। कोविड-19 की तीसरी लहर के मद्देनजर शहर में नाईट कफ्र्यू लागू है। कफ्र्यू का सख्ती से पालन हो सके इसके लिए 10 बजे से ही शहर में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी जाती है। वहीं सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी को देखते हुए अधिकारी शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे करते हैं। इधर पुलिस के तमाम दावों को पोल अज्ञात नकबजनों ने निजी बैंक में सेंधमारी कर खोल दी है। अरेरा हिल्स थाना क्षेत्र स्थित मालवीय नगर में बंधन बैंक में घुसे अनपड़ नकबजन कैश की तिजोरी समझकर तौल काटा रखा बॉक्स चुराकर ले गए। वारदात थाने से मामूली दूरी पर हुई है। आरोपी बैंक के शटर का ताला तोड़कर अंदर घुसे थे। सीसीटीवी कैमरे में वारदात कैद न हो सके इसलिए बदमाश डीवीआर भी चुराकर ले गए हैं। सोमवार को बैंक पहुंचे शाखा प्रबंधक की सूचना पर पुलिस ने नकबजनी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इलाके के सीसीटीवी कैमरे के फ ुटेज खंगाल रही है।
थाना प्रभारी आरके सिंह ने बताया कि नितिश कोष्ठा कोलार में रहते हैं। वे मालवीय नगर स्थित बंधन बैंक में शाखा प्रबंधक है। उन्होंने पुलिस को शिकायती आवेदन देते हुए बताया कि शुक्रवार को समय पर बैंक बंद कर सभी अपने-अपने घर चले गए थे। अगले ही दिन शनिवार को क्रिसमश की छुट्टी के बाद रविवार को भी बैंक बंद रही। सोमवार को स्टाफ पहुंचा तो मुख्य शटर पर लगा ताला टूटा था। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पता चला कि बदमाश बैंक के शटर पर ताला तोड़कर अंदर घुसे थे। अंदर घुसने के बाद शटर बंद कर लिया और अंदर चोरी के लिए सामान तलाशने लगे। इसी बीच उन्हें एक बॉक्स हाथ लगा। नकबजनों ने समझा कि उनके हाथ कैश का बॉक्स लग गया है। उन्होंने बॉक्स उठाया और डीबीआर चुराकर भाग निकले। बदमाश बैंक के पीछे की तरफ से भागे हैं। पीछे सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के कारण बदमाश नजर नहीं आए है। मामले में पुराने चोरों से पूछताछ की जा रही है। मुखबिरों को सक्रीय कर दिया गया है। एफएसएल की टीम से स्पॉट मुआएना करा लिया गया है।
इस मामले में भी पुलिस अब तक खाली हाथ
पंजाब नेशनल बैंक की सूखीसेवनिया ब्रांच में इसी साल 13-14 फरवरी की दरमियानी रात बदमाशों ने धावा बोला था। आरोपी चेहरे पर मास्क लगाए थे। उनके हाथों में लोहे की सब्बल जैसे रॉड थी। उन्होंने बैंक के अंदर एक कमरे में रखी लॉकर को तोडऩा शुरू किया। वह लगातार लॉकर को खोलना चाह रहे थे, लेकिन हथोड़े और सब्बल से लॉकर का गोल वाला हैंडल ही तोड़ पाए। आरोपी करीब ढाई घंटे तक बैंक के अंदर रहे थे। लॉकर तोडऩे में नाकाम होने के बाद में वह भाग निकले थे। इस मामले में भी पुलिस आज तक खाली हाथ है।