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BBC 100 Women 2020: प्रभावशाली महिलाओं मे भारत से ये नाम जिन्हे शायद आप जानते नहीं

नई दिल्ली। बीबीसी ने 2020 के लिए दुनिया भर की 100 प्रेरक और प्रभावशाली महिलाओं की अपनी सूची तैयार की है। इस साल चयनित ये 100 महिलाओं की सूची विशेष तौर पर उन लोगों को दर्शा रही है जो इस अशांत वक्त के दौरान बदलाव का नेतृत्व करते हुए फ़र्क ला रही हैं। और एक असामान्य वर्ष में- जब दुनिया भर में अनगिनत महिलाओं ने दूसरों की मदद की खातिर कई त्याग किए हैं- 100 महिलाओं की सूची में एक स्थान उनके सम्मान में खाली रखा गया है।यह सूची किसी तरह की वरीयता क्रम में नहीं है।

इस सूची में शामिल हैं- सना मारिन, जो फिनलैंड में महिलाओं के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की प्रधानमंत्री हैं, जेन फोंडा, जो पर्यावरण कार्यकर्ता और अभिनेत्री हैं; और सारा गिलबर्ट, जो ऑक्सफ़ोर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन रिसर्च टीम की प्रमुख हैं। अन्य लोगों में वो लेखिका हैं जिन्होंने वुहान में लॉकडाउन के दौरान वहां के जीवन पर डॉक्यूमेंट तैयार किए हैं और एक गायिका-गीतकार जो महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के विषय पर बोलती हैं। भारत से इन तीन महिलाओं के नाम इस लिस्ट में है-बिल्कीस, मानसी जोशी, रिद्धिमा पांडे, इसाइवानी।

बिल्कीस बानो-82 बरस की उम्र में बिल्कीस, उन महिलाओं के एक समूह का हिस्सा बनी थीं, जो देश के एक विवादित नागरिक क़ानून का शांतिपूर्ण तरीक़े से विरोध कर रही थीं। बिल्कीस बानो, दिल्ली के मुस्लिम बहुल मुहल्ले शाहीन बाग़ में सबसे लंबे समय तक चले धरने का प्रतीक बन गई थीं। भारतीय पत्रकार और लेखिका राना अय्यूब बिल्कीस बानों को ‘हाशिए पर पड़े लोगों की आवाज़’ कहती हैं।

इसाइवानी- इसाइवनी भारत की एक मशहूर गायिका हैं। गाना संगीत, तमिलनाडु में उत्तरी चेन्नई के कामगारों के बीच से उभरी एक ख़ास संगीत विधा है। इसाइवानी ने मर्दों के दबदबे वाले इस क्षेत्र में गीत गाते हुए और शो करते हुए कई बरस बिताए हैं। अन्य लोकप्रिय पुरुष गायकों के साथ, एक महिला का उसी मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। इसाइवानी ने सदियों पुरानी एक परंपरा को बड़ी कामयाबी के साथ तोड़ा है। आज इसाइवानी के कारण ही दूसरी युवा महिला गाना गायिकाएं आगे आकर अपने हुनर को पेश कर रही हैं।

मानसी जोशी-मानसी एक भारतीय पैरा-एथलीट हैं। वो पैरा बैडमिंटन की मौजूदा विश्व चैंपियन हैं। जून 2020 में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन ने उन्हें SL3 सिंगल्स मुक़ाबलों में विश्व की नंबर 2 रैंकिंग पर रखा था। मानसी एक इंजीनियर भी हैं, और बदलाव के लिए काम करती हैं। मानसी चाहती हैं कि भारत में दिव्यांगता और पैरा स्पोर्ट्स के बारे में लोगों की राय बदले। टाइम पत्रिका ने हाल ही में उन्हें अगली पीढ़ी की नेता के तौर पर अपनी सूची में शामिल किया था। वो टाइम के एशिया एडिशन में भारत में दिव्यांग लोगों के अधिकारों की कार्यकर्ता के तौर पर शामिल की गई थीं।

रिद्धिमा पांडे-रिद्धिमा एक पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने नौ साल की उम्र में जलवायु परिवर्तन को लेकर क़दम न उठाने पर भारत सरकार के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया था। वर्ष 2019 में 15 अन्य बाल याचिकाकर्ताओं के साथ रिद्धिमा ने संयुक्त राष्ट्र में पांच देशों के ख़िलाफ़ केस दायर किया था।इन दिनों रिद्धिमा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में हिस्सा ले रही हैं और दूसरे छात्र-छात्रों को हर स्तर पर सशक्त बनाने में मदद कर रही हैं, जिससे कि वो अपने भविष्य और विश्व की जैव विविधता के लिए संघर्ष कर सकें। रिद्धिमा अपने और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को बचाने की लड़ाई लड़ रही हैं।

इन 100 महिलाओं का कैसे चयन किया गया?

बीबीसी की 100 वूमन टीम ने खुद के और बीबीसी वर्ल्ड सर्विस नेटवर्क की लैंग्वेज टीमों के सुझाए कई नामों में से एक शॉर्टलिस्ट तैयार किया। हम ऐसी महिलाओं की तलाश में थे जो बीते 12 महीनों में या तो सुर्खियों में रहीं या फिर ख़बरों को प्रभावित किया हो। साथ ही जिनके पास प्रेरणा देने वाली कहानियाँ हैं, जिन्होंने कुछ महत्वपूर्ण हासिल किया या अपने समाज को प्रभावित किया हो लेकिन ज़रूरी नहीं है कि उनके काम को लेकर ख़बर बनी हो।

इसके बाद इन नामों का इस वर्ष के थीम, महिलाएं जिन्होंने बदलाव की अगुवाई की (महिलाएं जिन्होंने परिवर्तन का नेतृत्व किया), के साथ आकलन किया गया और अंतिम नाम चुने जाने से पहले क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और निष्पक्षता का भी पूरी तरह से ख्याल रखा गया.

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