- कुछ ने बंद रखे प्रतिष्ठान कुछ ने कहा पहले ही बहुत हो चुका नुकसान
जबलपुर। तीन काले कानून वापस लेने संयुक्त किसान मोर्चा द्धारा किये गये भारत बंद का आह्वान शहर में पूरी तरह सफल नहीं रहा, दरअसल कहीं-कहीं की कुछ दुकानें बंद रहीं तो वहीं अधिकांश दुकानें गुलजार नजर आई। आज सोमवार 27 सितंबर को बंद के किये गये आह्वान के बावजूद लोगों ने सुबह से ही अपनी दुकानें खोल ली, रोजाना की तरह बाजार गुलजार नजर आये। व्यापारियों का स्पष्ट कहना है कि कोरोना व लॉकडाउन के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है अब तो वह एक दिन भी अपनी दुकान बंद नहीं कर सकते।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त किसान मोर्चा द्धारा विगत कई माह से अपने आंदोलन को जारी रखा गया है। इसी कड़ी में बीती देरशाम सिविक सेंटर से कोतवाली तक मशाल जुलूस निकालकर शहर बंद रखने का आह्वान किया गया था, जिसका कोई असर सोमवार को नजर नहीं आया। कुछ व्यापारियों ने समर्थन में अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर समर्थन दिया तो वहीं कुछ ने सुबह से ही अपनी दुकाने खोल ली। जिसके पीछे का कारण लॉकडाउन में व्यापारियों को हुआ नुकसान है, व्यापारी अब किसी भी कीमत पर अपने प्रतिष्ठान बंद रखने तैयार नहीं है। वहीं शहर के अधिकांश मार्केटों के भी यहीं हाल रहे। जहां आधी दुकाने खुली तो आधी बंद नजर आई, लेकिन दोपहर बाद पूरे मार्केट ओपन हो गये।
सीजनी त्यौहार की भी दिखी चमक
सावन के बाद पडऩे वाले तीज त्यौहार को लेकर मार्केट में रौनक नजर आई। कल महालक्ष्मी पर्व होने पर छोटे दुकानदारों चौक चौराहो पर हाथी प्रतिमा व फूल मालाओं सहित अन्य फल फूल की दुकाने सजा ली है। जिसमें ग्राहक भी पूजन-सामग्री खरीदने आतुर नजर आये।