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लालू यादव को बड़ा झटका, जमीन के बदले नौकरी घोटाले में केंद्र ने केस चलाने की दी मंजूरी

नई दिल्ली (New Delhi)। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष और बिहार (bihaar) के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। केंद्र सरकार (central government) ने सीबीआई को जमीन के बदले नौकरी घोटाले में मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है। इस मामले में जांच पहले से जारी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस केस में लालू और उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सहित 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी। सीबीआई ने लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते जमीन के बदले नौकरी घोटाले का आरोप लगाया था। इस सिलसिले में राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी (raid) भी हुई थी।

आरोप है कि रेल मंत्री (railway Minister) रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं। सीबीआई का दावा है कि लालू की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम भूखंडों की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई।


पत्नी राबड़ी और बेटी मीसा भी इस मामले में आरोपी
चार्जशीट में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद (Former Railway Minister Lalu Prasad) व उनकी पत्नी राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और अन्य सहित कुल 16 आरोपियों के नाम शामिल हैं। चार्जशीट में कहा गया है कि रेलवे अधिकारियों द्वारा जमीन के बदले में अभ्यर्थियों को अनुचित तरीके से जल्दबाजी में नौकरी दी गई, जिसके बदले इन लोगों ने राबड़ी देवी, मीसा भारती और अन्य के नाम पर जमीन लिखी थी।

लालू अभी सिंगापुर में
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव फिलहाल सिंगापुर में हैं। पिछले महीने वहां उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। इसके बाद से वे आराम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पूर्ण स्वस्थ होने के बाद ही वे भारत लौटेंगे। अगर लैंड फॉर जॉब स्कैम का मुकदमा चलता है तो उन्हें जल्द ही भारत आना होगा।

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