दरभंगा। कोरोना(Corona) ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा है और इससे बिहार(Bihar) भी अछूता नहीं है. सरकार(Government) के अपील के बाद भी लोग शादी समारोह (Wedding ceremony) आयोजित करने से बाज नहीं आ रहे और इसका खामियाजा दरभंगा (Darbhanga) के एक परिवार को उठाना पड़ा है. शादी समारोह के 15 दिनों के भीतर (Within 15 days) एक परिवार में कोरोना से चार लोगों की मौत (Four people died due to corona in a family) हो चुकी है. अभी भी परिवार के लोग इस महामारी (Pandemic) की चपेट में हैं और संक्रमित(Infected) हैं.
दरभंगा शहर के चौधरी परिवार को शादी में भीड़ इकट्ठा करना और रस्म रिवाज के नाम पर रिश्तेदारों को बुलाना भारी पड़ रहा है. शादी समारोह तो हंसी ख़ुशी संपन्न हो गया लेकिन इसी शादी में भीड़ के कारण महज पंद्रह दिन के अंदर चार लोगों की मौत हो चुकी है.
हालत यह है की परिवार में अब मृतक के शव को कंधा देने वाले चार लोग तक नहीं मिल रहे हैं. यही वजह है कि एक बूढ़े सदस्य के साथ इनके परिवार के शव का कबीर सेवा संस्था के लोगों ने मिलकर अंतिम संस्कार किया.
जानकारी के मुताबिक दरभंगा के मिर्जापुर मुहल्ले में 16 अप्रैल को एक शादी हुई थी. चौधरी परिवार द्वारा आयोजित इस शादी में न सिर्फ जरुरत से ज्यादा भीड़ थी बल्कि शादी में शामिल होने के लिए दूसरे जिले से भी कई रिश्तेदारों को बुलाया गया था.
माना जा रहा है इसी भीड़ में कोरोना संक्रमण फैला और एक के बाद एक परिवार के कई लोग संक्रमित हो गए. शादी समारोह खत्म होने के बाद सभी वापस चले गये लेकिन ये शादी समारोह परिवार के लिये काल बन गया.
श्मशान पहुंचे परिवार के एक बुजुर्ग विपिन विहारी चौधरी ने बताया की सबसे पहले भतीजे की मौत कोरोना की वजह से हुई. इसके 10 दिन बाद ही रविशंकर चौधरी की मौत हो गई. अब पांच दिन पहले ही परिवार में एक और मौत हो गई. फिर उनके ससुर की भी कोरोना से मौत हो गई. Share: