नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदान से पहले भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा है. सूरत महानगर पालिका की पूर्व पार्षद और ड्रेनेज कमेटी की चेयरमैन सुधा नाहटा ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद सुधा नाहटा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई हैं. आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया की मौजूदगी में उन्होंने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. AAP ने सुधा नाहटा का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया है. साथ ही उन्हें मजूरा विधानसभा सीट पर चुनाव संयोजक की जिम्मेदारी दे दी है.
गुजरात बीजेपी अध्यक्ष ने बगावत करने वाले पार्टी के सात नेताओं को निलंबित कर दिया है. पार्टी की ओर से हर्षदभाई वसावा, अरविंदभाई लदानी, छत्रसिंह गुंजारिया, केतनभाई पटेल को निलंबित किया गया है. साथ ही निलंबितों की सूची में भरतभाई चावड़ा, उदयभाई शाह और करणभाई बरैया का भी नाम शामिल है. इनमें से छह ने राज्य विधानसभा चुनावों के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है. वहीं, उनमें से एक को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा है.
ये सभी नेता लड़ेंगे चुनाव
ये सभी सात नेता गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण यानि एक दिसंबर को होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में लड़ने वाले हैं. इनमें से हर्षद वसावा की पहचान एक आदिवासी नेता के रूप में होती है. वहीं, अरविंद लाडानी बीजेपी के पूर्व विधायक हैं. ये लोग क्रमशः नंदोद और केशोद सीटों से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं.
छत्रसिंह गुंजारिया कांग्रेस के टिकट पर लड़ रहे चुनाव
वहीं, एक अन्य निलंबित बीजेपी नेता छत्रसिंह गुंजारिया हैं. ये सुरेंद्रनगर जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य हैं. वह इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. निलंबित किए गए अन्य नेताओं में केतन पटेल पारदी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. राजकोट ग्रामीण सीट से भरत चावड़ा, गिर सोमनाथ के वेरावल से उदय शाह और अमरेली जिले के राजुला से करण बरैया चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए एक और पांच दिसंबर को वोटिंग होनी है, जबकि आठ दिसंबर को चुनाव परिणाम आ जाएंगे. राज्य में 182 सीटों पर चुनाव हो रहा है.