बिहार । ‘केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बिहार के सुल्तानगंज में एक निर्माणाधीन सड़क पुल (under construction road bridge) का हिस्सा गिरने के लिए ‘तेज हवाओं’ को जिम्मेदार बताने वाले एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी के बयान पर सोमवार को आश्चर्य जताया. गत 29 अप्रैल को सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बन रहे एक सड़क पुल का एक हिस्सा आंधी के दौरान गिर गया था. हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं थी.
गडकरी ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ”बिहार में 29 अप्रैल को एक पुल गिर गया था. अपने सचिव से इसका कारण पूछने पर उन्होंने जवाब दिया कि ऐसा तेज हवा और धुंध के कारण हुआ था.” केंद्रीय मंत्री ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि एक आईएएस अधिकारी इस तरह के स्पष्टीकरण पर विश्वास कैसे कर सकता है? गडकरी ने कहा, ”मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि हवा और धुंध के कारण पुल कैसे गिर सकता है? जरूर कुछ गलती हुई होगी जिससे यह पुल गिरा.”
1710 करोड़ की लागत से बना रहा पुल हवा के झोंके में ढेर
कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने गुणवत्ता से समझौता किए बिना पुलों के निर्माण की लागत कम करने की जरूरत पर बल दिया. सुल्तानगंज के विधायक ललित नारायण मंडल ने कहा, “पुल के निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता लेकिन ये जांच का विषय है कि ₹1,710 करोड़ की लागत से बन रहा निर्माणाधीन पुल तेज हवाओं का सामना नहीं कर सका.”
पुल बनने के बाद खगड़िया से भागलपुर की दूरी सिर्फ 30 किमी
बिहार में सुल्तानगंज से अगुआनी घाट के बीच इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2014 में शुरू हुआ था. हालांकि, इसका निर्माण 2019 में ही पूरा हो जाना था लेकिन अभी भी यह पूरा नहीं हो पाया है. बिहार में इस ओवर ब्रिज के बन जाने से यहां की स्थानीय जनता को बड़ा लाभ मिलेगा. इस पुल के निर्माण के बाद खगड़िया से भागलपुर आने के लिए सिर्फ 30 किलोमीटर का सफर तय करना होगा.