लंदन। दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसी बीच यूरोप में कोरोना की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 10 लाख के पार पहुंच गया। वहीं, ब्रिटेन में दुनिया का सबसे लंबा और सख्त लॉकडाउन (Lockdown) सोमवार से अनलॉक होना शुरू हो गया। 97 दिन बाद सड़कों और सार्वजनिक जगहों पर फिर से रौनक दिखने लगी है। यहां 5 जनवरी से लॉकडाउन शुरू हुआ था। 21 जून से पूरी तरह से लॉकडाउन हटा लिया जाएगा। ब्रिटेन अपनी 48% से ज्यादा आबादी को कोविशील्ड वैक्सीन लगा चुका है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, 4 जनवरी को जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नए प्रतिबंधों की घोषणा की, तब नियमों और प्लानिंग को लेकर बिल्कुल साफ रणनीति थी। कौन सा सेक्टर कब तक बंद रहेगा और कब खुलेगा? इसकी पहले से ही जानकारी दे दी गई थी। इस वजह से लोगों में अफरा-तफरी नहीं मची। लोगों ने सख्ती के साथ लॉकडाउन के नियमों का पालन किया।
इस बीच यूरोप धीमे टीकाकरण और लॉकडाउन में देरी की वजह से कोरोना की तीसरी लहर झेल रहा है। जनवरी में ब्रिटेन में रोजाना 55 हजार से ज्यादा नए केस मिल रहे थे। अब नए मरीजों का आंकड़ा 4 हजार से नीचे आ गया है।
डेढ़ महीने में दोगुने हुए नए केस
दुनिया में कोरोना का पीक 8 जनवरी को आया था। इस दिन सबसे ज्यादा 8.45 लाख मिले थे। इसके बाद 21 फरवरी को यह संख्या घटकर 3.22 लाख हो गई। यहां से केस बढ़ना शुरू हुआ और 11 अप्रैल को करीब दोगुना बढ़कर 6.32 लाख हो गए।
बीते दिन 5.88 लाख केस आए
दुनिया में सोमवार को 5 लाख 88 हजार 271 मामले रिकॉर्ड किए गए। इस दौरान 8,761 लोगों की मौत हुई। कोरोना के सबसे ज्यादा मामले भारत (1.60 लाख), अमेरिका (56,522), तुर्की (54,562), ब्राजील (38,866) और ईरान (23,311) में रिकॉर्ड किए गए।