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एजेंडा सेटिंग नहीं, लोकमंगल है मीडिया का धर्म

प्रो.संजय द्विवेदी शानदार जनधर्मी अतीत और उसके पारंपरिक मूल्यों ने मीडिया को समाज में जो आदर दिलाया है, वह विलक्षण है। हिंदी पत्रकारिता की नींव में ही संस्कारों का पाठ है और गहरा मूल्यबोध उसकी चेतना में रचा-बसा है। 30 मई,1826 को कोलकाता से जब पं. युगुल किशोर शुक्ल ने उदंत मार्तंण्ड का प्रकाशन प्रारंभ […]

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किसे कष्ट है भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से

आर.के. सिन्हा अगर आप किसी ठोस आधार पर तैयार किये गए किसी प्रोजेक्ट में मीन-मेख निकालते हैं तो बात कुछ समझ में आती है। ये तो लोकतंत्र में आपका हक है। लोकतंत्र इतना हक सबको देता है। पर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के आगे अवरोध एक पूरी रणनीति के तहत खड़ी की जा रही है। इसकी […]

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पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प ले

(5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष) रमेश सर्राफ हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये प्रकृति को संरक्षित रखने और इससे खिलवाड़ न करने के लिए जागरूक किया जाता हैं। इन कार्यक्रमों के जरिये लोगों को पेड़-पौधे लगाने, पेड़ों को संरक्षित करने, […]

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लोकतंत्र में राजद्रोह

डॉ. वेदप्रताप वैदिक राजद्रोह से अधिक गंभीर अपराध क्या हो सकता है, खासतौर से जब किसी देश में किसी राजा का नहीं, जनता का शासन हो। लोकतंत्र में राजद्रोह तो उसे ही माना जा सकता है, जो ऐसा काम हो, जिसकी वजह से तख्ता-पलट हो जाए या देश के टुकड़े हो जाएं या देश में […]

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साइकिल: रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग

विश्व साइकिल दिवस पर (3 जून) पर विशेष रमेश सर्राफ साइकिल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग है। बच्चे सबसे पहले साइकिल चलाना ही सीखते है। 3 जून 2018 को पहला विश्व साइकिल दिवस मनाया गया। तब से दुनिया में प्रतिवर्ष साइकिल दिवस को मनाने लगे हैं। इसबार तीसरा विश्व साइकिल दिवस है। संयुक्त […]

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कोरोना का आतंकः नदियों में शव प्रवाह

डॉ. दिनेश प्रसाद मिश्र कोरोना महामारी ने पूरे समाज को आतंकित कर मृत्यु उपरांत किए जाने वाले अंत्येष्टि कर्म को भी प्रभावित कर दिया है। भारतीय समाज में मृतक के शरीर को  पर्यावरण की दृष्टि से व्यवस्थित करने तथा उसकी आत्मा को शांति प्रदान करने हेतु अंत्येष्टि कर्म के रूप में प्रमुखतया अग्निदाह किए जाने […]

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हर आहट पर राजनीतिक अटकलें

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री उत्तर प्रदेश में इस समय भाजपा नेताओं के आवागमन मात्र से अटकलों दौर शुरू हो जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत लगातार सक्रिय हैं। भाजपा भी सेवा ही संगठन अभियान चला रही है। लेकिन राजनीतिक सरगर्मियों में इन सकारात्मक कार्यों को नजरअंदाज किया जा रहा है। इस समय भाजपा […]

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देश डेमोग्राफिक टाइम बम के निशाने पर

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा दुनिया के कुछ देश डेमोग्राफिक टाइम बम के निशाने में आ गए हैं। इस टाइम बम का कभी भी विस्फोट देखने को मिल सकता है। इसका असर अभी से जापान, चीन आदि देशों में दिखने लगा है। इसका एक बड़ा कारण इन देशों में काम-धंधा करने वाले युवाओं के अनुपात में […]

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अंधकार-कालीन ईसाई-इतिहास में थोड़ी-सी रोशनी ले आए

डाॅ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिका और कनाडा दुनिया के सबसे अधिक सभ्य और मालदार देश माने जाते हैं। दुनिया के ईसाई भी उन पर गर्व करते हैं लेकिन कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत से एक ऐसी खबर आई है, जो रोंगटे खड़े तो कर ही देती है, वह ईसाइयत और अमेरिकी सभ्यता पर कालिख भी पोत […]

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कोरोना-काल में चिकित्सकों की मौत चिंताजनक

प्रमोद भार्गव कोरोना के अबतक के कालखंड में 1263 ऐलोपैथी के चिकित्सक प्राण गंवा चुके हैं। पहली लहर में 748 डॉक्टरों की मौत हुई थी। लेकिन दूसरी लहर इससे कहीं ज्यादा भारी पड़ रही है। मार्च-2021 से लेकर मई तक 515 चिकित्सक काल के गाल में समा गए हैं। इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन के मुताबिक सबसे […]