ब्‍लॉगर

राजस्थान में जल संकट का हल कब ?

प्रभुनाथ शुक्ल राजस्थान में पानी की किल्लत का फिलहाल दीर्घकालीन समाधान नहीं निकल रहा है। पिछले दिनों जालोर जिले में प्यास लगने और पानी न मिलने की वजह से मासूम बच्ची ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट में जो बताया गया है उसके अनुसार बुर्जुग महिला सुखी देवी अपनी पोती के साथ पैदल […]

ब्‍लॉगर

काशी में गंगा का जल हरा हो गया

गिरीश्वर मिश्र दो दिन हुए टीवी पर सूचना मिली कि काशी में गंगा का जल हरा हो गया है। प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है और उस जल का स्पर्श, स्नान, और पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकर होने से वर्जित कर दिया गया। युगों-युगों से काशी और वहां गंगा पर उपस्थिति दोनों मिलकर भारत के गौरव […]

ब्‍लॉगर

सामरिक कनेक्टिविटी के बेमिसाल सात साल

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद से ही सीमा क्षेत्र में ढांचागत निर्माण को प्राथमिकता दी। इसकी आवश्यकता पिछले अनेक दशकों से थी। क्योंकि चीन के निर्माण कार्य लगातार जारी थे। कहा जाता है कि चीन की नाराजगी को देखते पहले इस दिशा में पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। इसके […]

ब्‍लॉगर

कांग्रेस को अपनी रणनीति पर विचार करना चाहिए

सियाराम पांडेय ‘शांत’ वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई जीएसटी परिषद की बैठक और उसमें लिए गए निर्णय चर्चा के केंद्र में है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ब्लैक फंगस की दवा को माल और सेवा कर से मुक्त करने में विलंब के लिए केंद्र सरकार को घेरा और कहा कि देर से मिला […]

ब्‍लॉगर

आहारः मनुष्य जीवन का आधार

हृदयनारायण दीक्षित आहार का अर्थ सामान्यतया भोजन होता है लेकिन इन्द्रिय द्वारों से हमारे भीतर जाने वाले सभी प्रवाह आहार हैं। आहार व्यापक धारणा है। मनुष्य में पांच इन्द्रियां हैं। आंख से देखे गए विषय हमारे भीतर जाते हैं और संवेदन जगाते हैं। इसलिए दृश्य भी हमारे आहार हैं। कान से सुने गए शब्द और […]

ब्‍लॉगर

किन-किन भगोड़ों को लाना है वापस

आर.के. सिन्हा पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से भारत वापस लाकर जेल की सलाखों के पीछे भेजने की कवायद तो जारी है। इसने हजारों करोड़ रुपए के घोटाले किए हैं। लग तो यही रहा है कि उसे देर-सवेर भारत आना ही होगा। वह कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता है। […]

ब्‍लॉगर

कांग्रेस पूरे देश में गुटबाजी से ग्रस्त

वीरेन्द्र सिंह परिहार यूं तो कांग्रेस पार्टी और गुटबाजी का सम्बन्ध उसके जन्मकाल के कुछ वर्षाें के उपरांत ही चला आ रहा है, बीसवीं सदी के पहले दशक के उपरान्त ही कांग्रेस में गरमदल एवं नरमदल बतौर अलग-अलग गुट थे। देश की आजादी के बाद भी सरदार पटेल के जीवित रहते कांग्रेस में दो धड़े […]

ब्‍लॉगर

ये पॉलिटिक्स है प्यारे

साधौ का बढ़ता कद हजम नहीं हो रहा इंदौरी नेताओं को महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधौ का इन्दौरी कनेक्शन केवल एक छोटे और बड़े शहर जितना ही है, लेकिन कमलनाथ की गुड लिस्ट में शामिल रहीं साधौ को जिस तरह से पहले नगरीय निकाय चुनाव प्रभारी और अब पूरे इंदौर का प्रभारी बनाया गया है, […]

ब्‍लॉगर

श्रम की कैद में बचपन

विश्व बालश्रम निषेध दिवस (12 जून) पर विशेष   योगेश कुमार गोयल बालश्रम की समस्या पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है। हालांकि इसके समाधान के लिए बालश्रम पर प्रतिबंध लगाने हेतु कई देशों द्वारा कानून भी बनाए गए हैं लेकिन स्थिति में अपेक्षित सुधार दिखाई नहीं देता। बालश्रम के प्रति विरोध तथा इसके […]

ब्‍लॉगर

विपक्ष की छवि को धूमिल बनाते नकारात्मक विरोध

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री लोकतंत्र के प्रभावी संचालन में विपक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण है लेकिन इसका सकारात्मक होना भी आवश्यक है। नकारात्मक विरोध अंततः विपक्ष की छवि को ही धूमिल बनाते है। इसका अपरोक्ष लाभ सत्ता पक्ष को ही मिलता है। यहां बात केवल संख्या बल तक ही सीमित नहीं है। स्वतन्त्रता के बाद कई दशक […]