नई दिल्ली। सीबीआई (CBI) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (former governor satyapal malik) को बीमा घोटाले में समन (summons in insurance scam) भेजा है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इसके बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि सीबीआई मेरे द्वारा रिपोर्ट किए गए मामले के संबंध में पूछताछ करना चाहती है। मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी (central investigation agency) ने पूर्व राज्यपाल को 27 और 28 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा है। हालांकि जांच एजेंसी की तरफ से इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है।
दरअसल, केंद्रीय जांच एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में दो प्रोजेक्ट में गड़बड़ियों को लेकर मामला दर्ज किया था। इसी मामले में सीबीआई ने उन्हें तलब किया है। इस मामले को लेकर पूर्व राज्यपाल मलिक ने दावा किया था कि उन्हें दो फाइल साइन करने के लिए 300 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।
दरअसल, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल व मेघालय के मौजूदा राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहते हुए उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की गई थी। यह पेशकश ‘अंबानी’ और ‘आरएसएस से संबद्ध व्यक्ति’ की दो फाइलों को मंजूरी देने के एवज में दी जानी थी, लेकिन उन्होंने यह डील निरस्त कर दी। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उस वक्त पीएम ने उनसे कहा था कि वह भ्रष्टाचार से कोई समझौता न करें। उनके इस दावे की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने केंद्र सरकार से की थी। जिसे अब केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है।
17 अक्तूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने कहा था, ‘कश्मीर जाने के बाद मेरे पास दो फाइलें आईं। एक अंबानी की फाइल थी और दूसरी आरएसएस से जुड़े एक शख्स की थी जो पिछली महबूबा मुफ्ती और बीजेपी की गठबंधन सरकार में मंत्री थे। वह पीएम मोदी के भी बेहद करीबी थे। मुझे सचिवों ने सूचना दी कि इसमें घोटाला है और फिर मैंने बारी-बारी से दोनों डील रद्द कर दीं। सचिवों ने मुझसे कहा कि दोनों फाइलों के लिए 150-150 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। लेकिन, मैंने उनसे कहा कि मैं पांच कुर्ता-पायजामे के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा।’
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