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चंबल को मिलेगी गंदगी से राहत, नपा को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट मार्च तक बनाने का निर्देश

उज्जैन/नागदा । चबंल तट पर बसे जिले के औद्योगिक नगर नागदा में नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड दिल्ली के निर्देश पर मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल ने एक कार्ययोजना को अंजाम दिया है, जिसके तहत औद्योगिक प्रदूषण रोकने के साथ- साथ नागदा शहर की गंदगी को चंबल में मिलने से बचाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इस कार्यवाही में नागदा नगर पालिका को बोर्ड नेे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की कार्य योजना का निर्देश दिया है। इस प्रोजेक्ट के लिए समय सीमा भी तय की गई है। जिसके अनुसार जिम्मेदारों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट 31 मार्च 2021 तक पूरा करना होगा।

अभी तक नागदा शहर के सीवरेज का सारा पानी सीधे चबंल नदी में मिल रहा है। बोर्ड ने अपनी कार्यवाही विवरण मे चबंल में अन उपचारित सीवेज का निसारण रोककर बॉयोरिमेडिएशन तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश के बाद मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक समीक्षा बैठक का आयोजन गत गत 9 सितम्बर को वीडियो क्राफेंसिग के माध्यम से बोर्ड के उच्च अधिकारियों एवं नागदा उद्योग के अधिकारियों के बीच हुई। इसमें 11 अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने भागीदारी करने का उल्लेख है। बैठक विवरण में नपा नागदा के सीवरेज प्रोजेक्ट की बात की जाए तो मुख्य नपा अधिकारी मो. अशफाक खान की उपस्थिति का भी उल्लेख है। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव एए मिश्रा कार्यालय भोपाल के हस्ताक्षर से जारी कार्यवाही विवरण की प्रति हिन्दुस्थान समाचार संवाददाता नागदा के हाथ लगी है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भेजी जानकारी

आला- अधिकारियों की हुई समीक्षा बैठक की जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अतिरिक्त निदेशक एवं डिवीजन हेड आई पीसी-1 दीनानाथ गोडा के हस्ताक्षर से डा. सुसान जार्क के – एससी, डीसीपी डिवीजन मंत्रालय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन भारत सरकार परिवेश भवन पूर्वी भवन अर्जुन नगर नगर नई दिल्ली को प्रेषित की है। यह पत्र नईदिल्ली से 21 सितम्बर 2020 को जारी किया गया।

इसकी सूचना की एक प्रति अधिकारी दीनानाथ गोडा ने मेल से नागदा निवासी पूर्व सदस्य सलाहकार पश्चिमी मध्य रेलवे , रेल मंत्रालय भारत सरकार को भी प्रेषित की है। अभिेषेक ने यह सारी जानकारियां मंगलवार को हिन्दुस्थान समाचार को उपलब्ध कराई।

शिकायत पर कार्यवाही

रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य अभिेषेक ने बताया कि चबंल को प्रदूषण से बचाने के लिए उन्होंने दो बार शिकायत केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड को की थी। जिस पर क्रियान्वयन कार्यवाही होने पर यह प्रति केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड से प्राप्त हुई है।

सवा लाख आबादी की गंदगी चंबल में
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, नागदा की आबादी 1,00,039 थी, जो अब सवा लाख से अधिक हो चुकी है। शहर की सारी गंदगी का पानी एक नाले के माध्यम से चंबल नदी में मिल रहा है। यदि यह प्रोजेक्ट सफल होता है, तो चंबल में प्रदूषण का नियंत्रण होगा।

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