नई दिल्ली: अमेरिकी टेक कंपनी गूगल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड चैट सॉफ्टवेयर Bard को पेश किया है. गूगल का नया AI चैटबॉट माइक्रोसॉफ्ट की सपोर्ट वाले ChatGPT से टक्कर लेगा. नवंबर 2022 में लॉन्च हुए चैटजीपीटी चैटबॉट ने पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना दिया है. चैटजीपीटी के खतरे से निपटने के लिए गूगल ने भी चैटबॉट सर्विस लॉन्च करने की प्लानिंग की है.
Google Bard AI एक बातचीत करने वाला चैटबॉट है, जो LaMDA पर बेस्ड है. इसका मतलब है कि ये नया चैटबॉट गूगल के लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लिकेशन सिस्टम पर काम करता है. अगर कोई यूजर बार्ड से सवाल पूछेगा तो यह इंसानो की तरह जवाब देगा. कंपनी पिछले कई सालों के इस लैंग्वेज मॉडल पर काम कर रही है.
एक ब्लॉग पोस्ट में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि बार्ड एआई को टेस्टिंग के लिए तैयार किया गया है. अगले कुछ हफ्तों में इसे ज्यादा यूजर्स तक उपलब्ध कराया जाएगा. ब्लॉग में आगे कहा गया कि इस सॉफ्टवेयर को इंटरनेट पर मौजूद इंफॉर्मेशन को फ्रेश और हाई-क्वालिटी रिस्पॉन्स देने के लिए बनाया गया है.
ChatGPT की तरह बार्ड भी इसके बेस लैंग्वेज मॉडल के लिमिटेड वर्जन से जवाब देगा. इससे कंप्यूटिंग पावर घटेगी और ज्यादा से ज्यादा यूजर्स तक इसकी पहुंच बढ़ेगी. फॉर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक चैटजीपीटी को स्टैंडअलोन बेसिस पर मुहैया कराया जाएगा. यानी यह सर्विस एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस यानी API के जरिए मार्केट में आ सकती है.
हालांकि, Google Bard AI के बारे में इस तरह की कोई जानकारी नहीं है कि ये API के साथ आएगा. जहां चैटजीपीटी आम यूजर्स के लिए उपलब्ध है, और यूजर्स इसका फ्री में इस्तेमाल कर सकते हैं, तो वहीं गूगल बार्ड को चुनिंदा यूजर्स और ट्रस्टेड टेस्टर्स के लिए ही पेश किया जाएगा. हालांकि, अब ChatGPT Plus पेड वर्जन भी आ गया जिसके लिए यूजर्स को चार्ज देना पड़ता है.
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