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कोविड महामारी के बाद भी कम नहीं हुई चीन की मुसीबत, इकोनॉमी को लेकर लगा बड़ा झटका

नई दिल्ली (New Delhi) । कोविड की महामारी के बाद चीन (China) की इकोनॉमी (Economy) की पटरी पर लौटने की कोशिशें लगातार नाकाम साबित होती जा रही हैं. जून की तिमाही में चीन की इकोनॉमी बढ़ी जरूर, लेकिन बढ़ोतरी अनुमान से कम रही. मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था सालाना आधार पर 6.3 फीसदी की गति से बढ़ी है. इकोनॉमी के आंकड़े को लेकर चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (National Bureau of Statistics) ने बयान जारी कर कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के अच्छे संकेत मिल रहे हैं.

GDP के आंकड़े बाद टूटा चीनी बाजार
चीन की जीडीपी के आंकड़े सामने आने के बाद इसके स्टॉक में भारी गिरावट देखने को मिली. जानकारों के अनुसार, आने वाले महीनों में चीन की जीडीपी की रफ्तार और कम होगी. क्योंकि चीन में उपभोक्ता मांग में कमी और अन्य अर्थव्यवस्थाओं में चीनी निर्यात की मांग में गिरावट के कारण महामारी के बाद की रिकवरी की गति कम हो गई है. एएफपी के पोल एनालिस्ट ने 7.1 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान लगाया था. पिछली तिमाही में चीन की जीडीपी ग्रोथ 4.5 फीसदी रही थी. जून तिमाही संदर्भ में, अर्थव्यवस्था साल के पहले तीन महीनों की तुलना में 0.8 फीसदी बढ़ी.


इंडेक्स में भारी गिरावट
एक रिपोर्ट के अनुसार, डेटा जारी होने के बाद चीन का ब्लू-चिप CSI 300 इंडेक्स 1.1 फीसदी गिर गया, जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स दोपहर के तक 1.2 फीसदी टूटा. ब्लू-चिप इंडेक्स के अलावा ऊर्जा कंपनियों में भी 3 फीसदी की गिरावट आई, जबकि बैंकों और कंज्यूमर्स शेयरों में क्रमशः 1.9 फीसदी और 1.1 फीसदी की गिरावट आई.

निर्यात में गिरावट
चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के प्रवक्ता फू लिंगहुई ने कहा कि चीन अभी भी महामारी के प्रभाव से उबर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि चीन अभी भी लगभग 5 फीसदी के विकास लक्ष्य को पूरा कर सकता है. जून में चीन के निर्यात में सालाना आधार पर 12.4 फीसदी की गिरावट देखी गई. इसे अमेरिका और यूरोप में केंद्रीय बैंकों द्वारा दर में कटौती के बाद लड़खड़ाती वैश्विक मांग का नतीजा बताया जा रहा है.

आर्थिक गतिविधियां हुई थीं प्रभावित
पिछले वित्तीय वर्ष की जून की तिमाही के दौरान चीन में अचानक लगे लॉकडाउन के चलते कई फैक्ट्रियों में ताला लटक गया. इसकी वजह से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुई थीं. इस दौरान चीन की इकोनॉमी 0.4 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी. हालांकि, अगर तिमाही आधार पर देखें, तो जून की तिमाही के दौरान चीन की इकोनॉमी महज 0.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी है.

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