इंदौर न्यूज़ (Indore News)

जब तक स्कूल नहीं लगेगा तब तक फीस नहीं लेगा चोइथराम स्कूल प्रबंधन

  • धाररोड स्थित चोइथराम फाउंटेन स्कूल के ट्रस्ट ने लिया निर्णय, 1700 बच्चों के पेरेन्ट्स को राहत

इंदौर।स्कूल फीस  माफी को लेकर पेरेन्ट्स आंदोलन कर रहे हंै, लेकिन इस बीच 1700 बच्चों के पेरेन्ट्स के लिए एक राहतभरी खबर आई है कि धार रोड स्थित चोइथराम फाउंटेन हायर सेकण्डरी स्कूल ने सभी बच्चों की कोरोना काल की फीस माफ कर दी है। चोइथराम फाउंटेन ऑफ ह्यूमेनिटेरियन सर्विसेस चेरिटेबल ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि जब तक स्कूल चालू नहीं होंगे तब तक किसी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी। हालांकि इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई चालू रहेगी।
कल भी कुछ मिशनरी स्कूलों पर पेरेन्ट्स ने नारेबाजी की और स्कूल फीस वसूलने को लेकर प्रबंधन से बात की। हालांकि प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया कि ट्यूशन फीस तो पूरी लगेगी। हालांकि अभी हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश दिए हैं कि स्कूल ट्यूशन फीस ले सकते हैं, लेकिन फीस भरने के अभाव में बच्चों को स्कूल से नहीं हटा सकते। वैसे इस बारे में 10 सितम्बर को हाईकोर्ट में सुनवाई होना है। इसी बीच धार रोड स्थित चोइथराम फाउंटेन हायर सेकण्डरी स्कूल प्रबंधन ने सभी विद्यार्थियों की फीस माफ कर दी है। स्कूल के ट्रस्ट की मीटिंग के बाद कल ये आदेश जारी कर दिया गया। स्कूल में वर्तमान में 1700 के लगभग विद्यार्थी अध्ययनरत हैं और इनमें से अधिकांश के पेरेन्ट्स पीथमपुर की फैक्ट्री में कार्यरत हैं और किसानों तथा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी यहां पढऩे आते हैं। कोरोना काल में उन्हीं की आर्थिक समस्याओं को देखते हुए ये निर्णय लिया गया, क्योंकि वे भी फैक्ट्री बंद होने के कारण घर बैठे हुए थे। अभी बच्चों की ऑनलाइन क्लास चल रही है, उसका भी कोई शुल्क प्रबंधन द्वारा नहीं लिया जाएगा। ट्रस्ट का कहना है कि जब तक सरकार स्कूल खोलने के आदेश नहीं दे देगी तब तक वे पेरेन्ट्स से फीस नहीं लेंगे और इस पूरी अवधि की फीस माफ कर दी जाएगी।
हमने सभी बच्चों की फीस माफ कर दी है और जब तक स्कूल चालू नहीं होंगे, उनसे किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। ऑनलाइन क्लासेस भी नि:शुल्क ही रहेंगी।
-अश्विन वर्मा, मैनेजिंग ट्रस्टी चोइथराम फाउंटेन ट्रस्ट

एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठेंगे पेरेन्ट्स
कल सेंट रेफियल्स स्कूल में पेरेन्ट्स स्कूल प्रबंधन से फीस में राहत देने के लिए मिले थे, लेकिन प्रबंधन ने मना कर दिया। इसको लेकर पेरेन्ट्स की खूब हुज्जत भी हुई। प्रबंधन ने कहा कि वे 1 रुपया भी कम नहीं कर सकते। पेरेन्ट्स राकेश सिलावट का कहना है कि अगर प्रबंधन हमारी मांग नहीं मानता है तो स्कूल के बाहर एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे।

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