नई दिल्ली। मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध पर जमकर बहस हुई। इस बीच विपक्ष के चर्चा कराने की मांग नहीं माने जाने पर कांग्रेस ने सरकार पर विपक्ष के सवालों से घबराने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा कि जब सदन में जवानों के सम्मान में प्रस्ताव पेश किया गया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां उपस्थित रहने चाहिए था।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सीमा विवाद पर चर्चा नहीं कराने को लेकर आरोप लगाया कि वह लोकसभा में जवानों के सम्मान में अपनी बात रखना चाहती थी लेकिन सरकार ने उसे बोलने नहीं दिया। उन्होंने सवाल किया कि जब रक्षामंत्री ने जवानों की शौर्यता और उनके सम्मान में प्रस्ताव पेश किया तो प्रधानमंत्री सदन मौजूद क्यों नहीं थे।
अधीर रंजन ने कहा कि उन्होंने आज सदन में लद्दाख मुद्दे पर जिक्र करते हुए प्रस्ताव की बात कही गई तो हम सबने हमारे सैनिकों के प्रति सम्मान जताने के लिए एक मिनट का समय मांगा, लेकिन सरकार ने ऐसा होने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सवाल तो बहुत कुछ है लेकिन हम जानते हैं कि सरकार हमारे सवालों के जवाब नहीं देगी। सरकार के पास जवाब नहीं है इसलिए वह सदन में चर्चा कराने से डरते हैं। कांग्रेस ने कहा कि भारत-चीन की स्थिति पर सवालों से सरकार घबराई हुई है, यही वजह है कि उसे सदन में बोलने नहीं दिया गया। (एजेंसी, हि.स.)
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