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उपचुनाव टलने से भड़के कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कुलदीप राठौर, बोले- आयोग ने भाजपा के दबाव में लिया फैसला

शिमला. केंद्रीय चुनाव आयोग (Central Election Commission) ने मंडी संसदीय क्षेत्र के साथ ही अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा उपचुनाव टालने का फैसला लिया है. इसको लेकर कांग्रेस सूबे की जयराम सरकार (Jairam Government) के साथ-साथ केंद्र पर हमलावर है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ( Kuldeep Singh Rathore) ने कहा कि केंद्र और भाजपा सरकार के दबाव में आयोग ने उपचुनाव टालने का फैसला लिया है.

इसके साथ उन्‍होंने कहा कि समाज के हर वर्ग में भाजपा सरकार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा और आक्रोश है. इसके साथ आरोप लगाया कि देश के साथ ही प्रदेश के लोगों में भी बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को सामने देख भाजपा उपचुनाव से भाग खड़ी हुई है. इसके साथ ही किसानों व बागवानों में केंद्र सरकार के खिलाफ गुस्सा होना भी उपचुनाव को टालने का एक मुख्य कारण है.

वहीं, राठौर ने कहा कि देश व प्रदेश की बदहाली के लिए भाजपा की नीतियां व निर्णय जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि सरकार में लोगों का सामना करने की शक्ति नहीं रही है. राठौर ने कहा कि अब आने वाले चुनावों में देश व प्रदेश की सत्ता से भाजपा की विदाई तय है. प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत लेकर एक लोकप्रिय सरकार का गठन करेगी.


जनता से किए वायदे भी नहीं किए पूरे
राठौर ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने अब तक के कार्यकाल में हर मोर्चे पर विफल रही है. जनता से जो वायदे कर भाजपा प्रदेश में सतारूढ़ हुई थी, वे वायदे भी पूरे नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जनता में अपनी साख हो चुकी है और अब जनता उनके किसी भी प्रलोभन में नहीं आने वाली है. उन्होंने कहा कि आने वाले उपचुनावों और विधानसभा चुनावों में जनता इसका माकूल जबाब देगी. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन होगी.

बता दें कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की दो और उड़ीसा की एक विधानसभा सीट को छोड़कर देश के अन्य राज्यों में उपचुनाव स्थगित कर दिए हैं. आयोग ने हिमाचल सहित कई अन्य प्रदेशों के मुख्य सचिव, वरिष्ठ स्वास्थ्य और निर्वाचन अधिकारियों से उपचुनाव को लेकर राय मांगी थी. हिमाचल के मुख्य सचिव ने कोरोना के बढ़ते मामलों, सेब सीजन और भूस्खलन की संभावनाओं के दृष्टिगत फिलहाल चुनाव टालने की सलाद दी है.

इसके बाद चुनाव को कुछ समय के लिए टाल दिया है. हिमाचल की मंडी संसदीय सीट पूर्व सांसद राम स्वरूप शर्मा, कांगड़ा की फतेहपुर सीट विधायक सुजान सिंह पठानिया, जुब्बल कोटखाई सीट नरेंद्र बरागटा और अर्की सीट वीरभद्र सिंह के निधन के कारण खाली पड़ी है. फतेहपुर सीट 12 फरवरी, मंडी सीट 17 मार्च, जुब्बल कोटखाई 5 जून और अर्की सीट 8 जुलाई से खाली पड़ी है. कायदे से छह महीने के भीतर उपचुनाव करवाने होते हैं, लेकिन फतेहपुर सीट खाली हुए छह माह से अधिक समय बीत गया है. देश के लगभग 15 राज्यों में तीन संसदीय क्षेत्र और 32 विधानसभा की खाली सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं.

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