- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जुलाई-अगस्त में होगा
भोपाल। कांग्रेस के संगठन चुनाव का सिलसिला 31 मार्च को सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद प्रारंभ होगा। एक से 15 अप्रैल तक चुनाव में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की सूची प्रकाशित की जाएगी। 16 अप्रैल से 31 मई के बीच मतदान केंद्र और ब्लाक समितियों का चुनाव होगा। दूसरे चरण में 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, कार्यकारिणी और आखिर भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य का चुनाव होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगा। यह जानकारी मध्य प्रदेश संगठन के चुनाव के लिए रिटर्निंग अफसर बनाए गए रामचंदर खूंटिया ने दी।
सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद मतदानवार सदस्यता सूची बनेगी
गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में खूंटिया ने बताया कि सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद मतदानवार सदस्यता सूची तैयारी की जाएगी। चुनाव के लिए प्रदेश को तीन हिस्सों में बांटा गया है।
सहायक निर्वाचन अधिकारी को दिया प्रभार
सहायक निर्वाचन अधिकारी क्रांति शुक्ला को ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड क्षेत्र के 25 जिलों का प्रभार दिया गया है। वहीं, तरुण त्यागी के पास भोपाल, विदिशा, छिंदवाड़ा, जबलपुर सहित 22 जिलों का प्रभार रहेगा। चक्रवर्ती शर्मा को उज्जैन, मंदसौर, इंदौर, धार, झाबुआ सहित 21 जिलों के संगठन चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। सदस्यता अभियान के प्रभारी प्रकाश जैन ने बताया कि कांग्रेस के संगठन जिले 64 और ब्लाक 484 हैं।
25 तक मंडलम सेक्टर में करें नियुक्तियां, वरना 26 को इस्तीफा दें
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों को चेतावनी दी कि 25 फरवरी तक मंडलम सेक्टर में नियुक्तियां करें, वरना 26 को इस्तीफा दे दें। प्रदेश कांग्रेस डिजिटिल मेंबरशिप को लेकर जोर दे रही है। बैठक में कमलनाथ ने कहा कि सबसे ज्यादा सदस्यता करने वाले जिला अध्यक्षों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी सम्मानित करेंगी। सबसे ज्यादा सदस्य बनाने वाले जिला अध्यक्षों को पीसीसी फस्र्ट, सेकंड, थर्ड तीन पुरस्कार देगा। डिजिटिल मेंबरशिप से फर्जी मेंबरशिप खत्म होगी। पहले सदस्य बना दिए जाते थे। इस प्रणाली से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पहले हर राज्य में फर्जी सदस्य जोड़े जाते थे। कमलनाथ के सामने जिला अध्यक्षों ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि मंडलम और सेक्टर के पदाधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। इस पर कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों को सिर्फ सदस्यता अभियान पर फोकस रखने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि ऑफलाइन और डिजिटल अभियान साथ-साथ चलेंगे।