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विधानसभा चुनावों के बाद ईंधन की कीमतें बढ़ीं तो कांग्रेस फिर सड़क पर उतरेगी

 

नई दिल्‍ली । कांग्रेस (Congress) ने एलपीजी के वाणिज्यिक सिलेंडर (LPG Commercial Cylinder) तथा दूध की कीमत (Milk Price) में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) पर निशाना साधा है और कहा है कि यदि विधानसभा चुनावों (Assembly Elections ) के खत्म होने के बाद सरकार पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस (Petrol-Diesel-LPG) के दाम बढ़ाती है तो इसके विरोध में पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे।

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि ”एलपीजी के दाम एक बार फिर बढ़ाकर मोदी सरकार ने साफ़ कर दिया है कि आम जनता की तकलीफ़ों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। आज एलपीजी, कल पेट्रोल-डीज़ल।” वहीं, कांग्रेस नेता अलका लांबा का भी कहना है कि ”इस सरकार ने पहले दूध महंगा कर दिया और वाणिज्यिक उपयोग में लाए जाने वाले गैस सिलेंडर की कीमत 105 रुपये बढ़ा दी। दिल्ली में वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमत 2000 रुपये से अधिक हो गई है।” उन्होंने दावा किया कि भाजपा को उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में हार तय दिख रही है, इसलिए उत्तर प्रदेश में दो चरणों का चुनाव पूरा होने से पहले सिलेंडर का दाम बढ़ा दिया है।


अलका ने कहा, ”सुनने में आ रहा है कि 27 मार्च तक घरेलू सिलेंडर की कीमत 15 रुपये तक बढ़ सकती है। पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़ सकते हैं।”कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि सरकार ने ईंधन की कीमतें बढ़ाईं तो कांग्रेस सड़क पर उतरेगी और सरकार की ‘जन विरोधी नीतियों’ का विरोध करेगी।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश चुनावों में हार मान ली है क्योंकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान भी रसोई गैस की दरों में बढ़ोतरी की गई है और लोग कीमतों के मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी को सजा देने जा रहे हैं। जीडीपी दरों के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि पिछली तिमाही में 8.5 प्रतिशत के मुकाबले दिसंबर अक्टूबर में यह गिरकर 5.4 प्रतिशत हो गई है।

 

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