- बूथ स्तर पर कांग्रेस को करेंगे मजबूत… अगले चुनाव का गोपनीय प्लान बनाया
- निकाय चुनाव के साथ मिशन 2023-24 की तैयारी, विधानसभा के बाद मंडलम की बैठकें होंगी आायोजित
भोपाल। 2018 में सत्ता हाथ आने के 15 महीने बाद ही चले जाने का गम कांग्रेसियों (Congressmen) को अभी भी सता रहा है। हालांकि कांग्रेस के बड़े नेता इसे भूलकर 2023 के विधानसभा तो 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करने का मंत्र फूंक रहे हैं। इसके लिए भाजपा की उस रणनीति का सहारा लिया जाएगा, जिसमें ‘बूथ जीता तो चुनाव जीता पर काम किया जाता है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (State President Kamal Nath) के निर्देश पर पदाधिकारी संगठन को मजबूत करने के काम में जुट गए हैं।
फिलहाल भाजपा का पूरा फोकस (Focus) संगठन की मजबूती पर है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (State Congress President Kamal Nath) दो दिन पहले पीसीसी (PCC) की नई कार्यकारिणी के गठन का ऐलान कर चुके हैं। इसके बाद कांगे्रस में नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। ऐसी संभावना है कि कमलनाथ (Kamalnath) जल्द ही पार्टी हाईकमान से चर्चा करने के बाद कार्यकारिणी का ऐलान कर सकते हैं। इस बार नई कार्यकारिणी छोटी होने की संभावना है। फिलहाल 1500 से ज्यादा पदाधिकारी हैं, जिनकी संख्या 100 तक सिमट सकती है। यह सभी नियुक्तियां कांग्रेस संगठन (Congress organization) को मिशन 2023 के हिसाब से मजबूत करने के लिए की जा रही है।
जिताऊ उम्मीदवार की खोज
प्रदेश में होने वाले तीन विधानसभा और एक लोकसभा उपचुनाव में जिताऊ उम्मीदवार तलाशने कांग्रेस सर्वे करा रही है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चारों सीटों पर सर्वे करा रहे हैं। उन्होंने कहा, सर्वे के आधार पर ही टिकट दिया जाएगा। सर्वे में कमलनाथ का फोकस जातिगत समीकरणों पर है। देश में भले ही जाति आधारित चुनाव नहीं होते, पर जीत-हार में बड़ा आधार माना जाता है। चुनावी क्षेत्र में जाति-वर्ग को देखते हुए ही उम्मीदवार तय करते हैं।
29 को हो सकता है फैसला
कमलनाथ 29 जलाई को उपचुनाव की तैयारियों के संबंध में बड़ी बैठक बुलाने जा रहे हैं। इनमें उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में सर्वे से मिली जानकारी के अनुसार उम्मीदवार के नाम पर भी विचार हो सकता है। कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि उपचुनाव वाले क्षेत्र खंडवा, रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट में सर्वे के आधार पर ही टिकट दिया जाएगा। खंडवा में वरिष्ठ नेता अरुण यादव तैयारी कर रहे हैं, उम्मीदवारी के लिए सर्वे में नाम आना जरूरी होगा।
प्रभारियों को ड्यूटी
कमलनाथ ने उपचुनाव वाले जिलों के प्रभारियां को ड्यूटी पर लगा दिया है। इन जिलों में मंडलों, सेक्टर, में नियुक्ति के निर्देश दिए है। साथ ही बूथ स्तर तक की तैयारियां करने को कहा गया है। कमलनाथ भी आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों में दौरा करेंगे। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि सर्वे के आधार पर ही जिताऊ उम्मीदवार का फैसला किया जाएगा। जातिगनत समीकरण पर भी ध्यान दिया डे जाएगा। 29 जुलाई को बैठक दुलाई है। इसमे उपचुनावों की समीक्षा की जाएगी।