उज्जैन। उज्जैन (Ujjain) में प्रशासन ने छापा मारकर एक डायग्नोस्टिक सेंटर (Diagnostic center) सहित 4 दुकानें सील (Seal) कर दीं. डायग्नोस्टिक सेंटर (Diagnostic center) पर बिना परमिशन (without permission) के कोरोना मरीज़ों (Corona patients) की जांच की जा रही थी और पॉजिटिव मरीज़ों (Positive patients)की जानकारी शासन से छुपायी (Hide Infrormation) जा रही थी. इसके अलावा बाकी दुकानें कोरोना कर्फ्यू में खोलने के कारण सील (Seal) की गयीं.
उज्जैन के फ्रीगंज स्थित पाटीदार डायग्नोस्टिक (Patidar Diagnostic) पर बिना परमिशन के कोविड एंटीजन टेस्ट (Covid antigen test) हो रहा था. इसकी सूचना प्रशासन को भी नहीं दी गयी. सूचना पाकर एसडीएम संजय साहू , सीएसपी हेमलता अग्रवाल,सहित अन्य अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. शिकायत सही थी, इसलिए पाटीदार डायग्नोस्टिक सेंटर को बंद करवाकर सील कर दिया. धारा 188 में मामला दर्ज किया गया है. प्रशासन की टीम ने इसके अलावा एक बेकरी सहित अन्य दुकानों पर भी धारा 188 में मामला दर्ज कर सभी को सील कर दिया.
पाटीदार डायग्नोस्टिक सेंटर पर कोविड संदिग्ध मरीजों का बिना परमिशन एंटीजन टेस्ट किया जा रहा था. इसके अलावा बड़ी लापरवाही ये भी कि जिन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही थी उनकी जानकारी भी प्रशासन को नहीं दी जा रही थी.
चैकिंग पर निकली टीम ने फ्री गंज में ही अन्य दुकानें मैजिक ओवन बेकरी, मॉल डी मार्ट और किराना दुकान को भी सील कर दिया. कोरोना कर्फ्यू में भी ये दुकानें खुली हुई थीं और प्रशासन के आदेश की अवेलहना कर लगातर चोरी छुपे दुकानों से सामान बेचा जा रहा था.
गांव में कोरोना फैलने के कारण अब ग्रामीण इलाकों के लोग भी जांच के लिए शहर आ रहे हैं. शहरों में जांच केन्द्रो पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है. निजी जांच केन्द्रों पर टेस्ट करवाने के बाद मरीज किसी को बता ही नहीं रहा कि उसे कोरोना हुआ है. वो ना तो घर में बंद रहता है और ना ही कोरोना गाइड लाइन का पालन करता है इसी कारण संक्रमण की रफ़्तार कम नहीं हो रही है. Share: