गाजियाबाद । मुरादनगर के उखलारसी श्मशान घाट मामले में ठेकेदार अजय त्यागी की गड़बड़ी के नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मुरादनगर श्मशान घाट गलियारे के निर्माण का टेन्डर लेने के लिए ठेकेदार अजय त्यागी और उसकी तीन मित्र कम्पनियों ने मिलीभगत करके टेन्डर पुलिंग कर 55 लाख में इसका काम हथियाया था। इस पूरे काम में नगर पालिका का पूरा प्रशासन मिला हुआ था। तीनों मित्र कम्पनियां के मालिक आपस में पार्टनर भी हैं।
मुरादनगर पुलिस ने अजय त्यागी और उसकी तीनों मित्र कम्पनियों के मालिकों की फाइल भी तलब कर ली है। पुलिस का कहना है कि तीनों मित्र कम्पनियों के मालिकों के मोबाइल नम्बर स्विच ऑफ हैं। साफ है कि ये ठेके इन सब लोगों ने सेटिंग करके लिए होंगे। पुलिस के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि महज एक फीसदी ब्ल्यू टेन्डर करके यह ठेका हथियाया गया है।
पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि नगर पालिका परिषद, मुरादनगर के अधिकारी कमीशन लेकर ठेका देते हैं। सूत्रों का का कहना है कि पुलिस कोर्ट में अर्जी देकर अधिकारियों को रिमान्ड पर लेने की तैयारी कर रही है। रिमान्ड पर लेने के बाद ही श्मशान घाट गलियारे के निर्माण में दबे राज खुल सकेंगे। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी खफा बताये जा रहे हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम से फोन पर बातचीत कर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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