इंदौर न्यूज़ (Indore News)

करोड़ों का आसामी निकला गुलजार, आलीशान बंगले सहित कई जमीनें भी

  • अग्निबाण खुलासा… आशा डायरी घोटाले की जांच में प्रशासन को मिली कई गंभीर अनियमितताएं, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की लिप्तता भी, दर्ज होगी एफआईआर भी

इंदौर, राजेश ज्वेल। आशा डायरी के ऑर्डर प्लेसमेंट घोटाले की जांच कर रही प्रशासन की टीम को कई बड़ी वित्तीय अनियमितताएं अब तक की जांच में मिली है। इसके साथ ही एनएचएम के जरिए की गई खरीदी प्रक्रिया के भी रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के सबसे बड़े सप्लाय शाहरुख उर्फ गुलजार की इन सभी मामलों में लिप्तता उजागर हो रही है। करोड़ों का आसामी यह सप्लायर चंद वर्षों में बन गया। भव्य और आलीशान बंगले के साथ कई बीघा जमीनें परिवार के नाम कबाड़ रखी है। इंदौर में ही पाकीजा लाइफस्टाइल टाउनशिप में भूखंड, बंगले के अलावा खजराना में भी आधा दर्जन से अधिक मकान और इंदौर-देवास बायपास टोल नाके के पास लगभग 30 बीघा जमीन भी बताई जा रही है। प्रशासन इन सभी सम्पत्तियों के रिकॉर्ड निकलवा रहा है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ये सम्पत्तियां किसके नाम पर खरीदी गई।

पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और उनको कम करने के प्रयासों, डेथ ऑडिट और शासन द्वारा संचालित महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं, खरीदी प्रक्रिया, राष्ट्रीय कुष्ट उन्मूलन, टीबी सहित अन्य की जहां समीक्षा की, वहीं दयानंद हॉस्पिटल की अनिमितताओं के संबंध में उसे सील करने के साथ संचालक अनिल पंड्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही आशा डायरी के ऑर्डर प्लेसमेंट में भी गंभीर गड़बडिय़ां मिली, जिसके चलते स्टोर प्रभारी इंद्रमणी पटेल और सहायक स्टोर प्रभारी कैलाश तायरे को तुरंत निलंबित किया। वहीं इस पूरे मामले में विभाग के सबसे बड़े सप्लायर शाहरुख उर्फ गुलजार की संलिप्तता की भी जांच शुरू करवाते हुए एफआईआर दर्ज करवाने को भी कहा।


साथ ही कलेक्टर ने चार अधिकारियों की जांच कमेटी भी बना दी, जिसके प्रभारी अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर बनाए गए। बीते तीन दिनों से यह जांच कमेटी स्वास्थ्य विभाग जाकर आशा डायरी, प्लेसमेंट से लेकर बीते दो सालों में दवाई खरीदी के साथ-साथ जो अन्य करोड़ों का सामान खरीदा उसकी जांच-पड़ताल कर रहा है। इसी बीच यह खुलासा भी हुआ कि इस पूरे घोटाले का जो मास्टरमाइंड गुलजार है, वह करोड़ों का आसामी है। पाकिजा लाइफस्टाइल फेज-1 में भूखंड क्र. बी-11 और बी-12 पर भव्य आलीशान बंगला बनाया गया। इसमें से एक भूखंड गुलजार के नाम और दूसरा उसकी बहन के नाम बताया जा रहा है। डेढ़-डेढ़ हजार स्क्वेयर फीट के इन दोनों भूखंडों पर बनाया गया भव्य बंगला भी अवैध ही है। संयुक्तिकरण से लेकर अन्य नियमों का पालन नहीं किया गया है और फिलहाल कोई अनुमति भी नहीं मिली।

इतना ही नहीं, इंदौर-देवास बायपास टोल नाके के पास 30 बीघा जमीन, पाकिजा लाइफस्टाइल खजराना में ही तीन अन्य मकान, चार प्लॉट, जो कि पत्नी के नाम बताए जाते हैं, के अलावा ख्रजराना क्षेत्र में ही विगत कुछ वर्षों में ही आठ मकान भी खरीदे गए और चापड़ा में भी आठ बीघा जमीन होने की जानकारी सामने आई है। इतना ही नहीं, नोटबंदी के वक्त तीन किलो सोना, जो कि बिस्किट के रूप में खरीदे जाने की जानकारी पता लगी है। हालांकि इस संबंध में अपर कलेक्टर डॉ. बेड़़ेकर का कहना है कि जिन सम्पत्तियों या अन्य सोने-चांदी की जानकारी सामने आई है उसकी जांच-पड़ताल कराई जा रही है। इसी के आधार पर बैंक लॉकर सहित अन्य की भी जांच होगी। अपर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस मामले में अभी तक मिले तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं और अगर बंगले सहित अन्य निर्माण अवैध पाए जाते हैं तो रिमूव्हल की कार्रवाई भी संभव है।

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