आचंलिक

बप्पा की विदाई के लिए शहर में उमड़ा हुजूम

विदिशा। डोल ग्यारस पर शहर के प्राचीन मंदिरों से विमान निकाले गए। भगवान को विमानों में विराजमान कर उनकी पूजा अर्चना की गई और पालकी को श्रद्धालु अपने कांधे पर लेकर शहर में निकल पड़े। लगभग दो दर्जन से अधिक मंदिरों से प्राचीन पंरपरा अनुसार डोल निकाले जाते हैं। इसके साथ ही शहर की सैकड़ों गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी बेतवा किनारे हुआ। गाजे बाजे और धूम धड़ाके साथ। बप्पा की विदाई दी गई और उद्घोष लगाए की गणपति बप्पा की मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ। मंगलवार को डोल ग्यारस के मौके पर गणेश चतुर्थी से विराजित किए गए गजानन की आदमकद प्रतिमाओं की पूजा अर्चना के साथ पंडालों और घरों में स्थापित प्रतिमाओं का विसर्जन का सिलसिला अल सुबह से शुरू हुआ जो दे रात तक चलता रहा। शैक्षणित संस्थाओं और प्रायवेट सेक्टर अनेक स्थानों पर प्रतिमाएं लगायीं गई थीं। उनके विसर्जन के लिए श्रद्धालु सड़कों पर आ गए गाजे, बाजे ताश पताके और ढोलों की थाप पर युवक युवतियां नाचते हुए चल रहे थे। शहर के प्रमुख मार्गों पर बप्पा की विदाई के लिए श्रद्धालुओं पलक पावड़े बिछा दिए थे। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और नगर पालिका परिषद द्वारा भगवान श्री गणेश की आरती उतारकर विदाई दी गई। जानकी कुंण्ड में एक दिन पूर्व बेतवा से पानी भराया गया था। जहां पर प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।


वात्सल्य स्कूल का निकला चल समारोह, श्री गणेश का किया विसर्जन
वात्सल्य स्कूल ने एक अनूठी परंपरा विगत 10 वर्षों से भगवान श्री गणेश जी की झांकी लगाई जाती है। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम स्कूली विद्यार्थियों के द्वारा किया जाता है गणेश महोत्सव के दौरान समाज को एक अच्छा मैसेज देने के लिए नृत्य नाटिका और गीत संगीत प्रस्तुत कर विद्यार्थियों को भारतीय परंपरा साहित्य और हमारे देश के इतिहास से परिपूर्ण करने के लिए सुंदर आयोजन किए जाते हैं प्रतिवर्ष डोल ग्यारस के दिन भगवान श्री गणेश का विसर्जन के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है मंगलवार को डोल ग्यारस के दिन वात्सल्य स्कूल में गणेश का विसर्जन चल समारोह आयोजित किया गया। इस चल समारोह में आजादी के 75 वी वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव की एक सुंदर झांकी का आयोजन किया। जो चल समारोह का मुख्य आकर्षण का केंद्र था। समारोह में स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएं और साथ ही लगभग 500 विद्यार्थियों ने श्री गणेश विसर्जन चल समारोह मैं बड़े उत्साह के साथ भाग लिया सभी पारंपरिक वेशभूषा में चल रहे थे स्कूल की बालिकाएं ढोल बजाते हुए चल रही थीं साथ ही विद्यार्थी भगवान श्री गणेश के सुंदर भजनों और गीतों के साथ थिरकते हुए चल रहे थे। शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ समारोह जानकी कुंड पहुंचा जहां पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। मुख्य मार्गों में कई जगह पर समारोह का शहर के गणमान्य नागरिकों ने स्वागत किया । वात्सल्य स्कूल की संचालिका देवना अरोरा ने सभी का आभार व्यक्त किया है।

विमान की पूजा अर्चना कर शर्मा ने लिया आशीर्वाद
सांसद प्रतिनिधि राकेश शर्मा ने डोल ग्यारस के मौके पर विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर डोलों की पूजा अर्चना की। श्री शर्मा बरईपुरा मठ मंदिर, ज्वार वाले महाराज,किले अंदर के अलावा अनेक स्थानों पर पहुंचे जहां उन्होंने भगवान का आर्शीर्वाद लिया।

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