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चक्रवात ‘सितरंग’ से भारी बारिश और तबाही, आंधी में कई घर बर्बाद, पेड़ और बिजली के पोल उखड़े

नागांव: बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान ‘सितरंग’ के असर से असम के नागांव जिले में भारी बारिश और आंधी के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और पेड़ उखड़ गए हैं. तूफान ने मध्य असम के जिले नागांव के कालियाबोर, बामुनि, सकमुथिया चाय बागान, बोरलीगांव क्षेत्र में कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. तूफान में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.

आंधी में कई पेड़, बिजली के पोल भी उखड़ गए और जिले के कई इलाकों में बिजली के तार टूट गए हैं. कालियाबोर के ग्राम प्रधान ने कहा कि ‘हमारे कलियाबोर इलाके में तूफान में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई पेड़ उखड़ गए. एक सरकारी ग्राम प्रधान के रूप में मैंने पूरे गांव का दौरा किया और मैं अपने सर्कल अधिकारी को नुकसान की रिपोर्ट सौंप दूंगा.’ जबकि असम में कल से जारी मूसलाधार बारिश ने गुवाहाटी के कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति पैदा कर दी है.


चक्रवाती तूफान सितरंग के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में कई उड़ानें और ट्रेनें रद्द कर दी गईं. चक्रवात सितरंग के असर से पूर्वोत्तर में हवाई संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है. रेलवे भी किसी भी तरह की घटना से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि चक्रवाती तूफान सितरंग उत्तर-पूर्व में अगरतला और शिलांग के करीब अब कमजोर पड़ गया है.

चक्रवात सितरंग से बांग्लादेश के छह जिलों में 11 लोगों की मौत हो गई. चक्रवात सितरंग से भारत के कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है. इसलिए एहतियात के तौर पर पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों से कई हजार लोगों को निकाला गया और 100 से अधिक राहत केंद्र खोले गए. इसके साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों- अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में भी अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.

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