जीवनशैली धर्म-ज्‍योतिष

Kartik Purnima: कार्तिक पूर्णिमा पर जरूर कर लें ये 5 काम, घर में कभी नहीं होगी पैसों की दिक्कत

डेस्क: इस साल कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर शुक्रवार को पड़ रही है. इस दिन गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है. माना जाता है कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है.

कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा (Tripurari Purnima 2021) के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गंगा स्नान (Ganga Snan 2021) भी किया जाता है. जिसमें शामिल होने के लिए लाखों लोग गंगा घाटों पर उमड़ते हैं. पौराणिक कथाओं के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर नामक असुर का विनाश किया था. तभी से इस दिन को त्रिपुरारी नाम से जाना जाता है. आइए अब जानते हैं कि वे 5 उपाय कौन से हैं, जिन्हें अपनाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.

6 तपस्विनियों का करें पूजन
कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रमा निकलने पर शिवा, सम्भूति, प्रीति, संतति, अनुसुइया और क्षमा इन 6 तपस्विनी कृतिकाओं का पूजन किया जाता है. ये सभी भी स्वामी कार्तिक की माताएं हैं. माना जाता है कि इनका पूजन करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है.

कार्तिक पूर्णिमा पर जरूर करें दान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान का विशेष महत्व है. इसलिए प्रत्येक सनातनी इस दिन जरूरतमंद या किसी देव-देवालय को कुछ न कुछ दान देने की कोशिश जरूर करता है. मान्यता है कि इस दिन अन्न, वस्त्र व अन्य वस्तुओं का दान करने से घर-परिवार में खुशहाली आती है.


तुलसी पूजा के बिना व्रत अधूरा
इस दिन शालीग्राम और तुलसी जी की पूजा का विशेष महत्व है. कोई भी व्रत तुलसी पूजा के बिना अधूरा माना जाता है. इस दिन तुलसी के सामने दीपक जरूर जलाना चाहिए, इससे दरिद्रता दूर होती है.

नदी या तालाब के किनारे दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान का काफी महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन किसी नदी या तालाब में दीपदान करने से सभी तरह के संकट समाप्त होते हैं और कर्ज से मुक्ति मिलती है. इस दिन घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों से बनाया गया तोरण बनाना चाहिए.

कार्तिक पूर्णिमा पर व्रत करना न भूलें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रत भी रखा जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से सूर्यलोक की प्राप्ति होती है. इस दिन व्रती दिनभर व्रत करते हैं और रात में जागरण करते हैं. इससे सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनने की भी परंपरा है.

Share:

Next Post

छठ पर्व पर आज सूर्य को दिया अघ्र्य

Thu Nov 11 , 2021
कल शाम अस्त होते सूर्य को अघ्र्य दिया गया-चार दिवसीय छठ पर्व का हुआ समापन आज शाम घाटों पर रौनक, गूंजेंगे छठी मैया के गीत उज्जैन। छठ महापर्व के तीसरे दिन कल शाम व्रतधारी महिलाओं ने शिप्रा के जल में खड़े होकर गोधूलि बेला में अस्त होते सूर्य को अघ्र्य दिया, वहीं आज सुबह रामघाट […]