- शहर के ईएनटी डॉक्टरों की एसोसिएशन ने की पहल
- कलेक्टर ने राधास्वामी सेंटर के लिए भी मांगे डॉक्टर
इन्दौर। शहर में फैल रहे ब्लैक फंगस को लेकर ईएनटी एसोसिएशन ने इस बीमारी की नि:शुल्क इंडोस्कोपी का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा है। इसको लेकर एक-दो दिन में जिला प्रशासन आदेश जारी कर सकता है। कलेक्टर ने राधास्वामी परिसर में बनाए गए पोस्ट कोविड सेंटर के लिए भी डॉक्टर मांगे हैं।
ईएनटी एसोसिएशन ने यह पहल की है। पिछले दिनों मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित की मौजूदगी में हुई बैठक में ईएनटी डॉक्टरों ने कहा था कि अगर ब्लैक फंगस के संभावित मरीज की इंडोस्कोपी हो जाए और उसी समय उसकी पहचान कर ली जाए तो फंगस को उसी समय नाक या साइनस से निकाला जा सकता है। इसके लिए मरीज को दूसरी बार अस्पताल नहीं आना पड़ेगा। एसोसिएशन के डॉ. प्रकाश तारे ने बताया कि हमारी ओर से तो तैयारी पूरी है और कुछ डॉक्टरों ने तो नि:शुल्क इंडोस्कोपी की सेवा देना भी शुरू कर दिया है, ताकि इस बीमारी के मरीज की जल्द पहचान हो सके। डॉ. तारे का कहना है कि कलेक्टर मनीष सिंह के साथ भी हमारी बैठक हो चुकी है और अधिकांश डॉक्टर मरीजों को सेवा देने के लिए तैयार हैं। हालांकि कलेक्टर ने एक-दो दिन में इस पर विस्तृत गाइड लाइन बनाने की बात कही है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि राधास्वामी सत्संग परिसर, जहां पोस्ट कोविड मरीजों को रखा जा रहा है, वहां भी ईएनटी डॉक्टरों द्वारा सेवा दी जाए, ताकि वहां संभावित मरीज की जांच हो जाए और बीमारी का इलाज किया जा सके। विदित है कि वर्तमान में ब्लैक फंगस की जांच के लिए सीटी स्कैन किया जा रहा है जो 3 से 5 हजार में होता है, जबकि अगर इंडोस्कोपी के लिए शुल्क भी लिया जाता है तो यह कार्य अधिकतम 1 हजार रुपए तक में हो सकता है।