इंदौर न्यूज़ (Indore News)

ड्रग पैडलर पर हवाला कारोबार और बोगस कम्पनियां बनाने के भी लगे आरोप

इंदौर। सजायाफ्ता ड्रग पैडलर और फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने वाला आरोपी अभिषेक जैन तो पिछले दिनों पुलिस के हत्थे चढ़ा, मगर उसकी माँ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गई। पुलिस ने 5-5 हजार रुपए का ईनाम भी फरार सीमा जैन पति आजाद जैन और मददगार शाहिद के खिलाफ घोषित कर दिया है। इधर ड्रग पैडलर आरोपी के खिलाफ अन्य गंभीर मामले भी उजागर हुए, जिसमें बोगस कम्पनियों को बनाने और 50 लाख से अधिक का टर्नओवर दिखाने के साथ-साथ अन्य फर्जीवाड़े भी किए हैं। फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र पेश करने के बाद भी ये कम्पनियां अभिषेक जैन द्वारा संचालित की जाती रही। शिकायतकर्ता की ओर से भी पुलिस को इन फर्जी कम्पनियों से जुड़े दस्तावेज सौंपे गए हैं।

अभी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त झोन क्र. 3 धर्मेन्द्रसिंह भदौरिया को शिकायतकर्ता पवन पंवार ने मय दस्तावेजों के ड्रग तस्कर अभिषेक जैन और उसके परिवार से जुड़ी गंभीर शिकायत सौंपी है, जिसमें बताया गया कि न्यायालयीनकर्मी आजाद जैन और सीमा जैन के पुत्र अभिषेक जैन ने 830 ग्राम ड्रग की डिलीवरी 2011-12 में की और उस वक्त उसे गिरफ्तार किया गया। फिर 2019 में इंदौर न्यायालय ने उसे 12 साल की सजा सुनाई। अभिषेक जैन ने पैरोल के दौरान अपना फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाकर कोर्ट को भी गुमराह कर दिया और बाद में जब यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ तब पिछले दिनों पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।


पवन पंवार का कहना है कि 29 मई को भी उसने अभिषेक जैन और उसकी माँ सीमा के खिलाफ पुलिस को कई प्रमाण सौंपे, मगर पुलिस लापरवाह बनी रही। फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र पेश करने के बाद अभिषेक जैन ने कई बोगस कम्पनियां बनाई , जिसमें उसकी माँ सीमा जैन डायरेक्टर रही और ये कम्पनी अलीराजपुर के पते पर ही रजिस्टर्ड हुई है। शिकायतकर्ता ने कम्पनी से संबंधित सभी दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे हैं। अभी जो फरार माँ है वह भी आधी कम्पनी की मालकिन है। इसी तरह से 3 से 4 अन्य कम्पनियां भी बनाई गई और 50 लाख रुपए से अधिक का कारोबार किया गया। कम्पनी विशेषज्ञों का कहना है कि ये सारी कम्पनियां ब्रीफकेस कम्पनी यानी बोगस है और हवाला कारोबार में भी ये आरोपीगण लिप्त रहे हैं।

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