बिहार। आमतौर पर पुलिस को जनता का रक्षक माना जाता है। कोई विवाद हो, चोरी हो या फिर किसी तरह का अपराध हो, न्याय के लिए लोग पुलिस के पास ही पहुंचते हैं। लेकिन क्या हो जब रक्षक ही भक्षक बन जाए। बिहार के गया से एक बेहद खौफनाक मामला सामने आया है। गया में हाल ही में एक 14 वर्षीय नाबालिग से रेप का मामला दर्ज कराया गया है और हैरानी वाली बात ये है कि बच्ची से रेप के आरोप में डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस यानी डीएसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। गया के तत्कालीन डीएसपी मुख्यालय कमलाकांत प्रसाद के खिलाफ बच्ची से रेप के आरोप में 3 साल बाद ये प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़िता का आरोप है कि 2017 में दशहरा के समय इमामगंज थाना क्षेत्र में उसके साथ तत्कालीन डीएसपी ने दुष्कर्म किया था। मामले में डीएसपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पॉक्सो के विशेष जज नीरज कुमार के निर्देश पर पीड़ित युवती का बयान मंगलवार को बयान दर्ज कराया गया है। जिसमें पीड़िता ने अपने साथ हुए दुष्कर्म के बारे में बताते हुए तत्कालीन डीएसपी कमलाकांत प्रसाद के खिलाफ आरोप की पुष्टि की है।
मामले की जांज में जुटी सीआईडी
मामले की पुष्टी होने पर सीआईडी इस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है। जिला एसएसपी आदित्य कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यालय और सीआईडी के आदेश पर पूर्व डीएसपी कमलाकांत प्रसाद के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया है। सीआईडी पीड़िता के बयान के आधार पर कार्रवाई कर रही है। एफआईआर के मुताबिक, बच्ची के साथ यह घटना तब हुई थी, जब वह तत्कालीन डीएसपी कमलाकांत के सरकारी आवास में रुकी हुई थी। खास बात ये है कि डीएसपी की इस काली करतूत से किसी और ने नहीं, उनकी पत्नी तनुजा ने पर्दा उठाया है।
पीड़िता की शिकायत पर दर्ज हुई FIR
वर्तमान में आरोपी डीएसपी पटना में कार्यरत हैं। पीड़िता गया के इमामगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। पीड़िता को न्यायिक दंडाधिकारी स्वाति सिंह के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था, जहां उसने अपना बयान दर्ज कराया। पीड़िता के साथ जिस वक्त कमलाकांत प्रसाद ने घटना को अंजाम दिया, वह पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय गया में कार्यरत थे। यही नहीं, इस दौरान उन्हें जिले में मानव तस्करी पर लगाम लगाने का भी जिम्मा सौंपा गया था।