इंदौर न्यूज़ (Indore News)

100 रुपए तम्बाकू से कमाकर 800 बीमारियों पर खर्च करती है सरकार

इंदौर। तम्बाकू के सेवन पर रोक लगाने की कमाम कवायदें उसकी तगड़ी लॉबी के चलते पूरी नहीं हो पाती है। तम्बाकू नियंत्रण को लेकर अभी हुए सेमिनार में चिकित्सकों और समाजसेवियों ने दो टूक कहा कि तम्बाकू से मान लो 100 रुपए का टैक्स सरकार को मिलता है, तो उसके बदले में 800 रुपए बीमारियों के इलाज पर खर्च कर डालती है। इससे तो बेहतर है कि तम्बाकू का उत्पादन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया जाए, क्योंकि इससे पर्यावरण को भी नुकसान उठाना पड़ता है। मध्यप्रदेश वॉलेंटरी हेल्थ एसोसिएशन ने उक्त सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें पुलिस, प्रशासन से लेकर मेडिकल कॉलेज के डीन सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे और तम्बाकू के पर्यावरणीय प्रभाव से लेकर स्वास्थ्य के लिए यह कितना घातक है उस पर भी चर्चा की गई। पूरे देश में 13 लाख लोगों की मृत्यु तम्बाकू से हर साल हो जाती है।

सिगरेट, गुटखा और तम्बाकू से जुड़े उत्पादों की बिक्री पर तमाम चेतावनियों के बावजूद कोई असर नहीं पड़ा, उल्टा इनकी खपत लगातार बढ़ती ही जा रही है। इतना ही नहीं, अब तो मुनक्का से लेकर अन्य उत्पादों का भी इस्तेमाल नशे के लिए किया जाने लगा और इनकी खपत में भी इजाफा हुआ है। सिगरेट के पॉकिट पर वैधानिक चेतावनी के साथ डरावना फोटो भी कैंसर से संबंधित प्रकाशित किया जाता है, बावजूद इसके सिगरेट की खपत में कोई कमी नहीं आई। इसी तरह तम्बाकू पाउच से लेकर उससे जुड़े तमाम उत्पादों की भी खपत बढ़ रही है। देशभर में तम्बाकू लॉबी अत्यधिक सशक्त है और करोड़ों रुपए इससे जुड़े व्यवसायी कमाते हैं। इंदौर में ही गुटखा बनाने वालों पर पिछले दिनों छापामार कार्रवाई की गई और करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी भी पकड़ी। कल के सेमिनार में डिप्टी पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने कहा कि नशामुक्ति के लिए तम्बाकू नियंत्रण जरूरी है।


हुक्के के साथ-साथ अन्य तरह के तम्बाकू उत्पादों पर नियंत्रण के लिए अन्य कानूनों का भी इस्तेमाल करने की जरूरत है। स्मार्ट सिटी के सीईओ ऋषभ गुप्ता, एडीएम पवन जैन और डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित भी मौजूद रहे। नई दिल्ली से विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर प्रवीण सिन्हा भी आए। उन्होंने कहा कि देशभर में 13 लाख लोगों की मृत्यु तम्बाकू के सेवन से होने वाली कैंसर सहित अन्य बीमारियों से हो जाती है और इन बीमारियों पर जो खर्च होता है वह पौने 2 लाख करोड़ तक रहता है। जबकि इसके एवज में इससे सात गुना कम राशि टैक्स के जरिए सरकार को प्राप्त होती है। यानी 100 रुपए का टैक्स कमाने के बदले में सरकार लगभग 800 रुपए की राशि तम्बाकू से होने वाली बीमारियों के उपचार पर खर्च करती है। इतना ही नहीं, तम्बाकू उद्योग से जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है।

सैंकड़ों बेरोजगारों को दिलवाएंगे और रोजगार
इंदौर। जिले में एक दिवसीय लघु रोजगार मेले का आयोजन जिला रोजगार कार्यालय इन्दौर द्वारा किया जा रहा है। उक्त रोजगार मेला 23 सितम्बर 2022 (शुक्रवार) को प्रात: 10:30 बजे से दोपहर 03 बजे तक जिला रोजगार कार्यालय परिसर पोलोग्राउन्ड इन्दौर में आयोजित किया जाएगा। जिला रोजगार कार्यालय इंदौर के उपसंचालक पी.एस. मंडलोई द्वारा बताया गया है कि इस रोजगार मेले में निजी क्षेत्र की कई प्रतिष्ठित कम्पनियां जैसे एआईसीटीएसएल (पर्पल) व अन्य कम्पनियां शामिल रहीं।

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