बड़ी खबर

भूकंप से थरथरायी अरुणाचल प्रदेश की धरती, देररात महसूस किए गए झटके, रिक्टर स्केल पर 4.3 रही तीव्रता

पांगिन। अरुणाचल प्रदेश के पांगिन (Pangin of Arunachal Pradesh) में रविवार रात भूकंप के झटके महसूस किए (felt the tremors of the earthquake) गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक भूकंप(earthquake) के झटके रात करीब 12:00 बजे महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी (The earthquake measured 4.3 on the Richter scale.) गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) ने भूकंप की पुष्टि की है।



भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।
रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है।
लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।

Share:

Next Post

यूएन: अल्पसंख्यकों पर अत्याचार को जांचने मानवाधिकार प्रमुख को शिनजियांग जाने देगा चीन

Mon Feb 7 , 2022
यूएन। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) ने उम्मीद जताई है कि मानवाधिकार (human rights) संबंधी सवालों की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख (UN human rights chief) को शिनजियांग (xinjiang) सहित देश के उन तमाम हिस्सों के दौरे ही इजाजत देगा, जहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों (atrocities on minorities) […]