पहले रेण्डमाइजेशन के बाद खराब मशीनों को हटाया, राजनीतिक दलों से कराया फिजिकल वेरिफिकेशन
इन्दौर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए जमीनी स्तर की तैयारियों के साथ साथ ईवीएम (EVM) मशीनों को भी तैयार किया जा रहा है। पूर्व में मशीनों के हुए पहले रेण्डमाइजेशन के बाद कल विधानसभावार मशीनों को पोर्टल पर चढ़ाने की कवायद शुरू की गई है। राजनीतिक दलों (Political Party) के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में फिजिकल वेरिफिकेशन के साथ-साथ ऑनलाइन पोर्टल पर मशीनों को चढ़ाए जाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। अब स्ट्रांग रूम (Strong Room) की व्यवस्थाएं पूरी होने के बाद इन्हें विधानसभावार भी बांटा जाएगा।
लोकसभा चुनाव के लिए कल मशीनों को विधानसभावार बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ईवीएम मशीनों को ऑनलाइन पोर्टल पर विधानसभावार चढ़ाने के साथ-साथ उन्हें स्ट्रांग रूम में व्यवस्थित कर रखने के लिए कवायद शुरू हो गई है। इंदौर जिले में 2677 मतदान केंद्रों पर चुनाव कराए जाएंगे। जिस आधार पर ही मशीनों का वितरण भी किया जाएगा, जिसके लिए जिला प्रशासन जुट गया है। गंजी कम्पाउंड स्थित परिसर में राजनीतक पार्टियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में दूसरे लेबल का रेण्डमाइजेशन किया गया। उपजिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र रघुवंशी के अनुसार निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चुनाव की तैयारियां की जा रही है। पहले रेण्डमाइजेशन की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूर्व में की जा चुकी थी। मशीनें एक ही कन्टेनर में जमा कर रखी गई थीं, जिन्हें कल विधानसभावार बांटा गया है। इन मशीनों को अब ऑनलाइन विधानसभावार बाटंने के लिए पोर्टल पर चढ़ाया गया। ज्ञात हो कि मशीनों को विधानसभावार व मतदान केंद्र के आधार पर बांटने के लिए पोर्टल की मदद ली जाती है, ताकि किसी भी तरह के आरोप प्रत्यारोप से बचा जा सके। निर्वाचन आयोग ने भी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने से लेकर मशीनों के वितरण तक की प्रक्रिया तक को ऑनलाइन कर दिया है। इस प्रक्रिया से कौन सी मशीन किस केंद्र पर जाएगी या कौन सा कर्मचारी किस मतदान केंद्र पर मतदान सम्पन्न कराएगा, इसकी जानकारी आखिरी समय में ही उजागर होती है।
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