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ज्यादा वर्कआउट करने से Heart Attack का खतरा? क्या कहते हैं देश के टाप कार्डिएक सर्जन

नई दिल्ली। ‘अप्पू’, ‘वीरा कन्नडिगा’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले कन्नड़ सिनेमा के स्टार पुनीत राजकुमार (Puneeth Rajkumar) का शुक्रवार को हार्ट अटैक (Death due to Heart Attack) से निधन हो गया। इससे पहले टेलीविजन के सुपरस्टार सिद्धार्थ शुक्ला (Siddharth Shukla) का भी निधन हार्ट अटैक (Heart Attack) की वजह से ही हुआ था। इन दोनों ही स्टार्स की मौत में एक बाक कॉमन थी कि वो फिटनेस फ्रीक थे और रेगुलर जिम वर्क आउट करते थे। इन मौतों के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या जिम वर्कआउट करने से हार्ट प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ता है?

अगर आपके मन में भी ये सवाल है तो इसका जवाब दे रहे हैं पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित और भारत के सर्वश्रेष्ठ हार्ट सर्जनों में से एक डॉ. रमाकांत पांडा। डॉ. पांडा ने कहा कि आज से लगभग 20-25 साल पहले 30 साल और उससे कम उम्र के लोगों में 6 महीने में एक बार दिल का दौरा पड़ने का मामला सामने आता था, लेकिन अब हर हफ्ते एक ऐसा मामला सामने आता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्कआउट करने के अच्छे और बुरे प्रभाव होते हैं और यह इस पर निर्भर करता है कि कोई इसे कैसे करता है।


डॉ. रमाकांत पांडा ने ठीक से वर्कआउट करने के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शरीर को हेल्दी रखने के लिए मिड लेवल एक्सरसाइज की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि उच्च तीव्रता वाले व्यायाम करने वाले लोगों में अचानक हृदय गति रुकने (sudden cardiac arrest) का खतरा बढ़ सकता है. यह हार्ट राइम डिसऑर्डर के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।

हेल्दी बॉडी के लिए कैसे करें एक्सरसाइज
– एक्सरसाइज से पहले 5-10 मिनट के लिए वार्म-अप करें।
– इसके बाद 20-30 मिनट तक एक्सरसाइज करें।
– एक्सरसाइज के बाद 10 मिनट शांति से बैठें ताकि शरीर ठंडा हो सके।

 

डॉ. पांडा ने सुझाव दिया, ‘लोगों को इस बात पर नजर रखनी चाहिए कि शरीर कैसे काम कर रहा है. अगर छाती के बाईं ओर दर्द का अनुभव होता है, और जोड़ों में दर्द होता है, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।’

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