देश

गाय की शिकायत लेकर थाने पहुंचा किसान, पुलिस से की दूध के लिए मनाने की अपील

शिमोगा । आम तौर पर पशुपालक अपने पशुओं की अच्छे से देखभाल करते हैं क्योंकि यही उनकी कमाई का जरिया होता है. अगर कोई गाय पालता है तो उसके बीमार होने पर वह पशु चिकित्सक से संपर्क करता है और उसका इलाज कराता है. लेकिन गाय (Cow) के दूध नहीं देने (not giving milk) पर एक किसान सीधे उसकी शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन (police station) पहुंच गया और वहां मदद की गुहार लगाई.

चार दिन से गाय ने नहीं दिया दूध
यह अनोखा मामला कर्नाटक के शिमोगा जिले का है. यहां सिदलीपुरा गांव में रहने वाले किसान रमैया ने होलेहोन्नूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. इसमें कहा गया है कि चारा खिलाने के बावजूद उनकी गांव दूध नहीं दे रही है. ‘डेक्कन हेराल्ड’ की खबरे के मुताबिक किसान का दावा है कि उसकी गांव ने पिछले चार दिन से दूध नहीं दिया है जबकि वह उसे रोज पर्याप्त चारा खिला रहा है.


किसान ने बताया कि वह रोज सुबह 8 बजे और 11 बजे अपनी गाय को चारा खिलाने के लिए ले जाता है. साथ ही शाम के वक्त भी 4 बजे और 6 बजे उसे चारा दिया जाता है. लेकिन फिर भी पिछले 4 दिन से गाय ने दूध नहीं दिया. अब किसान की मांग है कि पुलिस उसकी गाय को दूध देने के लिए राजी करे.

पुलिस ने किसान को ऐसे समझाया
पुलिस इस किसान की समस्या जानकर हैरान है. जब वह थाने पहुंचा तो पुलिस वालों ने भी हाथ खड़े कर लिया. उनका कहना है कि पुलिस ऐसे मामलों का निपटारा नहीं करती और न ही ऐसी कोई शिकायत दर्ज की जाती है. इसके बाद उन्होंने किसान को भी समझाकर वापस भेज दिया.

बीते महीने मध्य प्रदेश से भी एक ऐसा मामला सामने आया था जहां भिंड जिले में एक शख्स अपनी भैंस को लेकर थाने पहुंच गया था. उसकी शिकायत थी कि भैंस ने दूध देना बंद कर दिया है और पुलिस इस मामले में मदद करे. गांव के कुछ लोगों ने शख्स को बताया कि भैंस पर जादू-टोने का असर हुआ है और यही वजह है कि उसने दूध देना बंद कर दिया है.

Share:

Next Post

15 साल बाद भारत ने ब्राजील को छोड़ा पीछे, अरब देशों को खाद्यान्न निर्यात करने के मामले में बना नंबर-1 

Wed Dec 8 , 2021
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण बिगड़ी सप्लाई चेन ने व्यापार को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस बीच भारत ने अपने खाते में एक और उपलब्धि शामिल करते हुए ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है। करीब 15 साल बाद भारत ब्राजील को पीछे छोड़ कर अरब देशों को खाद्यान्न निर्यात करने वाला सबसे बड़ा […]