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कुंडली बॉर्डर पर किसान ने निगला जहर, दिल्‍ली आंदोलन से लौटे किसान ने की आत्‍महत्‍या


कुंडली बॉर्डर धरना स्थल पर सोमवार देर शाम को एक किसान ने जहर निगल लिया। उसे गंभीर हालत में बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों ने किसान का उपचार शुरू कर दिया है। चिकित्सकों के अनुसार किसान की हालत गंभीर है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कुंडली थाना पुलिस के साथ ही सिविल लाइन थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई है।

सोमवार देर शाम करीब साढ़े सात बजे धरनास्थल पर एक किसान के जहर खा लिया। किसान ने मुख्य मंच के पास जाकर जहर निगल लिया। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। जिस पर आईटी सेल के सदस्यों ने किसान की हालत बिगड़ी देखी तो अन्य किसानों को अवगत कराया। किसान की पहचान पंजाब के लुधियाना के गांव सरथला निवासी लाभ सिंह (49) के रूप में हुई है।

वह कई दिन से धरना स्थल पर ही थे। इसकी सूचना किसान नेताओं और पुलिस को दी गई। लाभ सिंह को तुरंत एंबुलेंस से बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर है। चिकित्सकों ने उनका उपचार शुरू कर दिया है। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार जहर खाने के चलते किसान की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं। कुंडली थाना व सिविल लाइन थाना पुलिस अस्पताल में पहुंच गई है। पुलिस का कहना है कि बयान दर्ज करने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। अभी इस बारे में बयान दर्ज नहीं हो सके हैं।

धरने पर तीसरे किसान ने निगला जहर 
कुंडली धरना स्थल पर अब तक तीन किसान जहर खा चुके हैं। जिसमें नौ जनवरी को अमरिंदर की मौत हो गई थी। वहीं पंजाब के जिला तरनतारन के गांव पटलपाई के किसान निरंजन (65) ने 21 दिसंबर को दोपहर को धरना स्थल पर सल्फास खा लिया था। उन्हें अस्पताल में उपचार दिलाकर बचा लिया था। अब लाभ सिंह को गंभीर हालत में अस्पताल में उपचार दिया जा रहा।

दिल्ली आंदोलन से लौटे किसान ने फंदा लगाकर की खुदकुशी
उधर, पंजाब के बरनाला में दिल्ली धरने से लौटे भारती किसान यूनियन डकौंदा के नेता किसान निर्मल सिंह (45) निवासी धौला ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बताया कि निर्मल सिंह 15 दिनों से दिल्ली धरने में राशन लेकर जा रहे थे। भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के ब्लॉक प्रधान कुलदीप सिंह धौला एवं धौला इकाई के प्रधान गुरजंट सिंह व बलदेव सिंह ने बताया कि एक तरफ वह कर्ज से तो दूसरी तरफ कृषि कानूनों से परेशान था। 

किसान नेताओं ने बताया कि मृतक अपने पीछे पत्नी, दो नाबालिग बच्चे छोड़कर गया है। किसान नेताओं ने मृतक के परिवार को 10 लाख मुआवजा, एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है। साथ ही उसका पांच लाख का कर्ज माफ करने की अपील भी की। इसके बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। थाना रूडेके कलां के थाना प्रभारी गुरतेज सिंह ने बताया कि मामला उच्च अधिकारियों के ध्यान में ला दिया गया है। उन्होंने मामले के समाधान के लिए तहसीलदार तपा की ड्यूटी लगा दी है।

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