- देवारण्य योजना के अंतर्गत मिलेंगे औषधीय पौधे
भोपाल। प्रदेश के छोटे किसान सब्जी आदि नगद फसलों के साथ ही खेतों की मेढ़ पर औषधीय पौधे लगाकर अपनी आय बढ़ा सकेंगे। इसके लिए आयुष विभाग अच्छी किस्म के औषधीय पौधों की जानकारी देगा। जबकि वन, कृषि और उद्यानिकी विभाग के माध्यम से बीज या पौधे मिल सकेंगे। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए भी औषधीय पौधों की खेती के प्रयोग को शुरू किया गया है। एसएचजी और लघु किसानों की आय बढ़ाने के लिए औषधीय पौधे लगाने का काम देवारण्य योजना के अंतर्गत होगा। पहले चरण में प्रदेश की गोशालाओं, स्कूल परिसर सहित अन्य जगहों पर मौजूद सरकारी जमीनों पर औषधि के पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए उद्यानिकी, पंचायत, कृषि सहित अन्य विभाग अभिसरण के साथ काम करेंगे। महिला समूहों की मदद राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत की जाएगी।
इस तरह के लगेेंगे पौधे
देवारण्य योजना के अंतर्गत आंवला, सहजन, कुटकी, कोंदो, गुुगुल, इसबगोल सहित अन्य औषधीय पौधों की खेती कराई जाएगी। खेती करने वाले समूहों को मार्केटिंग केे लिए प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध कराया जाएगा। सभी सदस्यों को विशेषज्ञों द्वारा औषधीय पौधों की खेती का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि वन, कृषि, उद्यानिकी, आयुर्वेद और एनआरएलएम के जरिये औषधीय पौधे लगवाए जाएंगे। सबसे पहले सभी गोशालाओं में पौधे लगवाने की मुहिम शुरू की जाएगी। बारिश से पहले इसके लिए जगह चिन्हांकन आदि काम किए जा रहे हैं। Share: