सीहोर (Sehore) । कहा जाता है कि हर इंसान में कोई न कोई हुनर होता है बस उस हुनर (skills) को पहचाने की देरी होती है। और पहचान कर उस हुनर को तराशने की जरूरत होती है। ऐसी ही एक कलाकार मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर जिले (Sehore District) में शासकीय स्कूली की महिला टीचर (female teacher) में एक ऐसी अनोखी प्रतिभा है। जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है। महिला टीचर सीटी के द्वारा कई फिल्मी गानों की धुन निकाल सकती हैं। पार्टी या सामाजिक कार्यक्रमों में महिला की सीटी वाले धुन सुनने के लिए फरमाइश होती रहती हैं।
सीहोर जिले के कस्बा में सामान्य परिवार में जन्मी श्वेता जैन को बचपन से सीटी बजाने का शौक रहा है उसके इस शोक परिवार जन अक्सर डांट दिया करते थे, कहते थे लड़की को सीटी बजाना अच्छी बात नहीं है, लेकिन श्वेता को लगा यह शौक रुकने का नाम नहीं ले रहा था। वह स्कूल और कॉलेजों में सहेलियों के साथ सिटी बजाकर अपनी इस प्रतिभा का प्रदर्शन करती रहती थी। इसके बाद श्वेता की शादी हो गई और वहां सीहोर के एक्सीलेंस शासकीय स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्य करने लग गई। श्वेता जैन ने शुरुआती दौर मैं सिटी बजाकर सहेलियों से बात करने का प्रयास किया उसकी इस प्रतिभा को देखते ही लोगों ने उस को प्रोत्साहित करते हुए सिटी द्वारा फिल्मी गाने गाने को कहा। श्वेता ने धीरे-धीरे सिटी के द्वारा फिल्मी गाना गाना शुरू किया और अब इस प्रयास में वह पूरी तरह सफल हो गई।
शादी के बाद पति प्रवीण जैन ने श्वेता की इस हुनर को पहचाना और अब हौसला अफजाई करते हुए प्रोत्साहित किया। इस दौरान श्वेता ने घर पर फिल्मी गानों पर सीटी बजाकर गाने का प्रयास किया। और इसके बाद श्वेता ने अपने इस अद्भुत हुनर को धार देना शुरू किया। अब श्वेता इस मुकाम पर पहुँच गई हैं कि वह किसी भी गाने को सीटी बजाकर उसकी धुन निकाल लेती हैं। देश मे इस तरह का यह हुनर अनोखा है। पार्टी या सामाजिक कार्यकम के दौरान लोग श्वेता से गाना सुनाने की फरमाइश जरूर करते हैं। श्वेता अब अपने इस हुनर को गायन की एक विधा के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना चाहती हैं।
श्वेता जैन बताती है कि बचपन में शोखियां सीटी बजाती रहती थी स्कूल और कॉलेज में पहुंचने के बाद सहेलियों के साथ थी मैं सिटी बजाती रहती थीं। सहेलियों के प्रोत्साहित करने पर फिल्मी गानों पर सीटी बजाना शुरू किया। इसके बाद मेरे पति ने मेरे इस हुनर में मेरा सहयोग किया और एक माइक लाकर दिया। परिवार के सभी लोगों ने मेरा सहयोग किया है और अभी तक मेरी तरह सीटी बजाकर गाना गाने वाला नहीं मिला है।
पति प्रवीण जैन बताते हैं कि शादी के कुछ समय बाद ही मुझे मालूम पड़ा कि श्वेता सिटी बजाती रहती हैं और कुछ गाती रहती है। प्रवीण ने बताया कि उन्होंने इस प्रतिभा को प्रोत्साहित किया। खुद भी गाने की कोशिश की पर सफल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि उनकी वाइफ से शादी और सामाजिक कार्यक्रमों में जब कोई फरमाइश करता है तो मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हूं।
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