- फेसबुक पोस्ट से गहराई चौक-चौराहों की राजनीति
गुना। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया द्वारा बमोरी विधानसभा के फतेहगढ़ में आयोजित दो दिवसीय शिविर अपने जाति प्रमाण पत्र विवाद में घिरे पूर्व विधायक पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सलूजा ने सवाल उठाए हैं सलूजा की फेसबुक पोस्ट पर मंत्री के शिविर के संबंध में लिखा गया है कि 3 दिन में तो सिर्फ जांच नहीं हो रही है और लोगों को कब तक गुमराह करते रहोगे जबकि स्वास्थ्य शिविर में करीब 7000 लोगों ने अपनी जांच है परीक्षण कराए 810 लोगों को ऑपरेशन के लिए मंत्री के द्वारा बसों के माध्यम से भोपाल भिजवाया गया है जहां उनका निशुल्क इलाज हो रहा है। हालांकि सलूजा ने फेसबुक हैक होने संबंधी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई है। सलूजा की फेसबुक पोस्ट के बाद चौक चौराहों से लेकर गलियारों तक चर्चाओं का बाजार एक बार फिर कर्म हो गया है बताया जाता है कि सलूजा बमोरी विधानसभा से चुनाव लडऩे की तैयारीयों मैं जोर शोर से जुडटा हुआ है।
पोस्ट ने पकड़ा तूल, आईडी हैक की शिकायत।
पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह सलूजा के एफबी अकाउंट से पंचायत मंत्री के स्वास्थ्य शिविर के खिलाफ की गई पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर चौक चौराहों तक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया पोस्ट में मंत्री के स्वास्थ शिविर पर निशाना साधा गया है, हालांकि पूर्व विधायक के संबंध में कहा जाता है कि बमोरी विधानसभा विधायक का चुनाव लडऩे की तैयारी लंबे समय से चल रही है, अब फेसबुक हैक हुई है या फिर …जानबूझकर हैक कराकर इस तरह की पोस्ट डलवाई गई है यह तो जांच का विषय है। पूर्व विधायक के द्वारा सिटी कोतवाली गुना में फेसबुक हैक होने संबंधी शिकायती आवेदन सिटी कोतवाली गुना में दिया है पुलिस मामले की जांच कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने किया था शिविर का उद्घाटन
बमोरी विधानसभा के फतेहगढ़ में आयोजित 18-19 मार्च को स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन 18 मार्च को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के द्वारा किया गया था पीपुल्स ग्रुप के 60 डॉक्टर व 100 स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने इलाके के लोगों की जांच व परीक्षण कर उन्हें उचित उपचार दिया साथ ही 810 लोगों को ऑपरेशन के लिए भोपाल भेजा।स्वास्थ्य शिविर में इलाज कराने आए लोगों की स्वास्थ्य शिविर में जांच परीक्षण दवाई के अलावा भोपाल भेजे गए लोगों के ऑपरेशन भोजन व रहने की व्यवस्था भी पंचायत द्वारा निशुल्क की गई है।