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काली कमाई की अकूत दौलत का आसामी निकला गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर वाला

  • कानपुर कांड पर एक और बड़ा खुलासा
  • 3 साल के अंदर 15 देशों का किया भ्रमण
  • यूएई और थाईलैंड में खरीदे थे पेंट हाउस
  • लखनऊ में 20 करोड़ की जमीन और 28 बेनामी संपत्ति भी बेनकाब
  • गिरफ्तार साथी जय बाजपेयी के साथ आर्थिक कनेक्शन की भी जांच शुरू

कानपुर। उत्तर प्रदेश के गैंग्स आफ चौबेपुर के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर वाला को लेकर अब एक और सबसे बड़ा सनसनीखेज खुलासा हुआ है। कानपुर का रंगदार विकास दुबे भले ही अब उज्जैन से कानपुर ले जाते समय रहस्यमई एनकाउंटर में ढेर हो गया हो, लेकिन वह सिर्फ रंगदारी ही नहीं बल्कि रंगदारी के दम पर आर्थिक गतिविधियों में भी काफी संलिप्त रहता था। उसकी काली संपत्तियों की शुरुआती जांच में ही सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि वह काली कमाई की अकूत दौलत का आसामी निकल आया है । बताया जा रहा है कि चौबेपुर थाना इलाके के बीकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों को नरसंहार करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे ने 3 साल के अंदर यूएई और थाईलैंड सहित 15 देशों का भ्रमण भी किया था। यह भी खुलासा किया गया है कि गैंगस्टर दुबे ने यूएई और थाईलैंड में करोड़ों के पेंट हाउस भी खरीदे थे। इतना ही नहीं इस काली कमाई के कुबेर दुबे ने लखनऊ में 20 करोड़ की जमीन भी खरीद रखी थी। इसके अलावा लखनऊ और कानपुर में इसके नाम की 28 बेनामी संपत्तियों को भी बेनकाब किया गया है। सूत्रों के अनुसार यह अपनी रंगदारी के दम पर गैंगस आफ चौबेपुर को अपने हरे गलत कार्यों में इस्तेमाल करता था तथा दूसरों की प्रॉपर्टी भी दबंगई पूर्वक हड़प लिया करता था। गौरतलब है कि दुबे की काली कमाई से अर्जित की गई काली संपत्तियों का ब्यौरा प्रवर्तन निदेशालय ने भी कानपुर जिला प्रशासन एवं लखनऊ जिला प्रशासन से तलब कर लिया है। अब ईडी ने भी एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर वाला की अवैध संपत्तियों को लेकर अपनी नई सिरे से जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इसके अलावा ईडी के निर्देश पर यूपी एटीएस ने गैंगस्टर विकास दुबे और गिरफ्तार किए गए इसके साथी जय बाजपेयी के बीच आर्थिक कनेक्शन की भी जांच तेज कर दी गई है ।

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